विद्यार्थी की सोच व्यापक करने और मार्गदर्शन के लिये कैरियर काउंसलिंग आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा है कि इस नीति के परिपालन में राज्य रहे अग्रणी  उन्मुखीकरण कार्यशाला से कैरियर काउंसलिंग एवं गाइडेंस कार्यक्रम की शुरूआत

“छत्तीसगढ़-24-न्यूज़”/मध्यप्रदेश 

भोपाल- बुधवार, दिसम्बर 15, 2021राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में कैरियर काउंसलिंग को शामिल किया गया है। इसे अच्छे से क्रियान्वित करने के लिये राज्य सरकार पूर्ण प्रयासरत है। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा है कि इस नीति के परिपालन में राज्य अग्रणी रहे। प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरूण शमी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रदेश के उत्कृष्ट एवं मॉडल विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिये कैरियर काउंसलिंग एवं गायडेंस कार्यक्रम “उन्मुखीकरण कार्यशाला” को संबोधित कर रही थी। प्रशासन अकादमी के स्वर्ण जयंती हॉल में यह कार्यशाला लोक शिक्षण संचालनालय एवं इन्सटीट्यूट ऑफ कैरियर स्टडीज़ (आईसीएस) लखनऊ के तत्वावधान में हुई। कार्यशाला के शुभारंभ पर आईसीएस के सहयोग से आईसीएस कैरियर एप लॉन्च किया गया। यह एप विद्यार्थियों को कैरियर काउंसलिंग कर सही दिशा में मार्गदर्शन प्रदान करेगा।



श्रीमती शमी ने कहा कि कैरियर काउंसलिंग का विद्यार्थी जीवन में विशेष महत्व है। विद्यार्थी की सोच एक सीमित दायरे तक ही होती है, उसे व्यापक करने और सही मार्गदर्शन देने में कैरियर काउंसलिंग लाभदायक सिद्ध होगी। कैरियर काउंसलिंग बच्चे की सोच से आगे के मौके तलाशने में सहायक सिद्ध होगी।

श्रीमती शमी ने कहा कि विद्यार्थियों की दिशा तय करने और उन्हें ऊँचाइयों पर पहुँचाने में महत्वपूर्ण पालकों की भूमिका होती है। बच्चों को आगे बढ़ने के लिये स्कॉलरशिप और हायर एजुकेशन के लिये लोन आदि की सुविधा के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। कई इन्सटीट्यूट स्कॉलरशिप के माध्यम से नि:शुल्क शिक्षा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को सही और सकारात्मक प्रोत्साहन देना अति-आवश्यक है। कार्यशाला में सीएम राइज स्कूल परीक्षा परिणाम, बोर्ड की परीक्षा की तैयारी आदि पर भी गहन चर्चा हुई। सभी प्राचार्यों को निर्देश दिए गए कि कार्यशाला में हुए विचार-मंथन से अपने अधीनस्थ स्टाफ को और विद्यार्थियों को अवगत करवाएँ। श्रीमती शमी ने स्कूल शिक्षा विभाग और विद्यालयों के प्राचार्यों सहित अन्य स्टाफ को धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी ने कोविड काल में ऑनलाइन पद्धति को सबसे पहले अपनाकर अच्छा काम किया।



आयुक्त लोक शिक्षण श्री अभय वर्मा ने बताया कि आईसीएस मध्यप्रदेश में विद्यार्थियों की कैरियर काउंसलिंग नि:शुल्क करेगी। स्कूल के प्राचार्य कार्यशाला में प्राप्त जानकारी को अपने अधीनस्थों तक पहुँचाये। संचालक राज्य शिक्षा केन्द्र श्री धनराजू ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मध्यप्रदेश में कई काम हुए हैं। उन्होंने बताया कि इसी के मद्देनजर 16 और 17 दिसम्बर को एक संगोष्ठी भी की जा रही है। इस कार्यशाला से विद्यार्थियों को अपने भविष्य के कैरियर के चयन में मार्गदर्शन प्राप्त होगा।

आईसीएस की सुश्री अमृता दास ने बताया कि आज के समय अनगिनत कैरियर मौजूद हैं, लेकिन विद्यार्थियों में इसकी जानकारी का अभाव है। इसी उद्देश्य से संस्था कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी संकल्प लेकर कार्य करें, तो सफलता अवश्य मिलेगी। कार्यशाला के अलावा अन्य गतिविधियों में सेमिनार/वेबिनार आदि किये जाएंगे, जो बच्चों को लक्ष्य निर्धारित करने में सहायक सिद्ध होंगे। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति में बहुत से बदलाव हुए हैं, इसकी जानकारी विद्यार्थी और पालकों को होना आवश्यक है। उप संचालक लोक शिक्षण श्री एच.एल. नेमा ने आभार माना और अतिथियों को स्मृति-चिन्ह भेंट किये।

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