फलों की आड़ में जमा कर रहे काला धन, जनता को शुद्ध फल की जगह केमिकल व कार्बाइट रसायनिक जहर वाला फल परोस कर रहे स्वाथ्य के साथ खिलवाड़
“छत्तीसगढ़-24-न्यूज़” निर्मल पटेल की रिपोर्ट
धमतरी- नवरात्रि पर्व में फलों की मांग बढ़ गई है । नवरात्रि पर्व में नव दिनों तक माता अम्बे का उपवास करने वाले श्रद्धालुओं द्वारा माता को फलों का भोग अर्पित कर खुद भी फलाहार करते हैं । जिसके कारण इन दिनों फलों के भाव आसमान छुने लगें है । नवरात्रि पर्व में फलों के दाम आसमान छु रहे हैं , नवरात्रि के प्रारंभ से ही बाजार में फलों की भारी आवक है इसके बावजूद फल व्यापारी दारा नवरात्रि पर्व में फलों की मांग को देखते हुए केला ,सेब , संतरा ,मुसबी ,पपीता ,खीरा ,चीकु , अनानास ,व अनासपती आदि फलों को ऊंचे दाम में बेचकर मुनाफा कमा रहे हैं। जिसमे लाखों रुपयों की कोई हिसाब-किताब नहीं सब ब्लेकमनी (काला धन).
नवरात्रि में भक्तों द्वारा माता का उपवास कर अच्छे स्वास्थय की कामना की जाती है पर फल व्यापारियों द्वारा फलों को पकाने के लिए जमकर केमिकल व कार्बाइट जैसे रसायन का उपयोग कर लोगों के लिए स्वास्थय से खिलवाड़ किया जा रहा है । फलों के अधिक दाम देने के बावजूद ग्राहक को फल दुकानदार द्वारा अधपका फल दिया जाता है या फिर केमिकल युक्त फल बेचकर ग्राहक के स्वास्थ के साथ मजाक किया जा रहा है। वही एक ओर फल व्यापारी नगदी में रूपये बटोरने लगे है तो दूसरी ओर केमिकल व कार्बाइट जैसे रसायनिक उपयोग वाली फलों को बेंचकर आम जनता को फल की जगह जहर परोस रहे है। यह सब कुछ जानते हुए भी सम्बंधित विभाग और उसके अधिकारी चुप्पी साधे बैठे है।
