खैरागढ़ : जिले से हृदयवृदारक घटना सामने आई है, जिसमे स्वास्थ्य प्रणाली की क्रूर सच्चाई को उजागर किया है। छुईखदान के आयुष्मान आरोग्य मंदिर जंगलपुर में पदस्थ महिला स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) आरती यादव ने विभागीय अफसरों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली है। उन्होंने 15 मई 2025 को दुर्ग जिले के धनोरा स्थित अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश सामुदायिक स्वास्थ्य प्रकोष्ठ ने विभागीय अफसरों को जिम्मेदार ठहराया है।
जानकारी के मुताबिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (आयुष्मान आरोग्य मंदिर) में आरती यादव संविदा के तहत बतौर (CHO) पदस्थ थीं। एक माह पहले आरती के पति का सड़क हादसे में निधन हो गया, जिससे वह काफी आहत थी। पति को दुर्घटना में खोने के बाद उसने छुट्टी की गुहार लगाई, मगर विभागीय अधिकारी ने उसे ठुकरा दिया। निजी परेशानी के चलते वह स्वास्थ्य केंद्र नहीं जा रही थी।
ऐसे में उनकी अनुपस्थिति को लेकर विभागीय अफसरों ने शासन-प्रशासन से शिकायत कर दी। जिसके बाद (CHO) कार्यालय से तत्काल सेवा में उपस्थिति के लिए पत्र जारी किया गया। काम में अनुपस्थित होने पर CHO के वेतन में कटौती करने की चेतावनी भी दी गई और CR भी खराब करने की हिदायत दी गई।
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