राजनांदगांव । जिले के किसानों के लिए एक बड़ी जीत की हुई है। अब जिले के किसान रबी फसल में भी अपनी भूमि पर धान की खेती कर सकेंगे। यह निर्णय न केवल किसानों के अधिकारों की ये पुनःस्थापना है बल्कि उनकी मेहनत और संघर्ष का सम्मान भी है।
छत्तीसगढ़ लोधी समाज के प्रदेश कोषाध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता, राजनांदगांव जिले के सच्चे किसान हितैषी, किसान विष्णु लोधी ने इस ऐतिहासिक निर्णय पर गहरी खुशी और संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने कहा, “किसान हमारे देश की रीढ़ हैं। यह निर्णय उनके जीवन के हर पहलू पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा और उन्हें अपने परिश्रम का फल प्राप्त करने का अवसर देगा। हम किसानों की हरसंभव सहायता के लिए संकल्पित हैं और उनके हितों के लिए हमेशा उनके साथ खड़े रहेंगे।”
विष्णु लोधी ने कहा सरकार द्वारा इस नीति को फिर से बहाल करना न केवल किसानों की आवाज को सुनने का संकेत है, बल्कि यह एक बड़े संघर्ष के बाद हासिल किया गया अधिकार है। किसान भाइयों ने किसान एकता का परिचय देते हुए इस संघर्ष में अपना पूरा सहयोग दिया और उनका यह सहयोग भविष्य में भी अन्य मुद्दों पर इसी तरह समर्थन का प्रतीक बनेगा। विष्णु लोधी ने कहा वहां हमेशा किसानों के अधिकारों की रक्षा के लिए तत्पर रहेंगे और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेंगे वहीं किसानों के हितों की रक्षा और उनकी फसल की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है।
विष्णु लोधी ने जल संकट से निपटने के लिए नदी से नदी जोड़ने की योजना: जल संकट के समाधान के लिए सरकार से अपेक्षित कदम उठाने की बात कही। नदी से नदी जोड़ने की योजना अंतर्गत,समान जल वितरण: जल की उपलब्धता को उन क्षेत्रों में बढ़ाया जा सकता है जहाँ सूखा या जल संकट रहता है। इससे पीने की पानी की समस्या का समाधान तो होगा ही साथ ही किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा और फसल उत्पादन में वृद्धि होगी और नदियों में निरंतर प्रवाह से भू-जल स्तर में सुधार होगी ।
*“राजनांदगांव जिले के किसानों का संघर्ष रंग लाया: रबी फसल में धान की खेती अब संभव : विष्णु लोधी
*“किसानों की आवाज हुई बुलंद, धान की खेती पर लगा प्रतिबंध हटा : विष्णु लोधी”*
*“किसानों के हक की बहाली: विष्णु लोधी व किसानों ने जताई खुशी”*
*“धान की खेती पर प्रतिबंध हटने से किसानों में खुशी की लहर : विष्णु लोधी”*
*“किसानों की एकजुटता का नतीजा, अब रबी फसल में भी कर सकेंगे धान की खेती : विष्णु लोधी”*
राजनांदगांव से दीपक साहू की रिपोर्ट