बालोद : 2018 में विधानसभा चुनाव के माध्यम से कांग्रेसी सरकार गंगाजल की कसम खाकर यह वादा किया था कि जब मेरी सत्ता सरकार बनेगी तब मैं 10 लाख बेरोजगार युवाओं को प्रति माह 2500 बेरोजगारी भत्ता दूंगा यह वादा किया था। आज 4:30 साल ये गूंगी बहरी कांग्रेस सरकार का कार्यकाल समाप्त होने को है फिर जनता को अपना वोट बैंक बनाने के लिए बेरोजगारी भत्ता के नाम पर ढोंग कर रही है जिसके लिए बेरोजगारी भत्ता के नाम विभिन्न प्रकार के शर्त लागू किए हैं जो कि इस घोषणापत्र में कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया था।….शेष निचे 👇👇
ये झूठी कांग्रेस की सरकार बेरोजगारी भत्ता के लिए 2 साल पुराना रोजगार पंजीयन बोल रही है और 2 साल पहले कोरोना काल में पूरा भारत देश बंद था पता नहीं ये साल रोजगार पंजीयन कहां हो रहा था। ये सरकार बेरोजगारी भत्ता के लिए ऐसा नियम अपने वादे में नही किया था. यह कांग्रेसी भूपेश की सरकार अपना वोट बैंक बनाने के लिए बेरोजगार युवा को भ्रमित कर रही है. इसे भारतीय जनता युवा मोर्चा कईयों आंदोलन प्रदर्शन के माध्यम से गूंगी बहरी सरकार को याद दिलाने का भी प्रयास की ये भूपेश की सरकार ना कभी युवाओं के लिए सोचा ना कभी उन गरीब बेरोजगार युवाओं के लिए सोचा।….शेष निचे 👇👇
अब छत्तीसगढ़ के इन भोले-भाले युवाओं को कौन समझाए कि भूपेश बघेल कैसे ठग रहे हैं उसको, भाई जब 2 साल पहले कोरोना मैं सब कुछ बंद था तो फिर रोजगार पंजीयन कार्यालय भी तो बंद रहा होगा। 2 साल पहले का पंजीयन मांग रहा है तो फिर कितने लोगों ने 2 साल पहले कोरोना काल में ऑफिस खुलवा के पंजीयन कराएं होंगे ।….शेष निचे 👇👇
राज्य में 18 लाख से अधिक पंजीकृत बेरोजगार हैं। इनमें से करीब 50 हजार लोग बेरोजगारी भत्ता के पात्र हैं। विपक्ष इसे चुनावी मुद्दा बता रहा है। बेरोजगारी भत्ते के लिए रोजगार विभाग अभी तक पोर्टल तक नहीं बना पाया है। सरकार ने एक अप्रैल से बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा तो कर दी है, लेकिन सर्वे शुरू नहीं होने की वजह से प्रदेश में बेरोजगारों को इसका लाभ मिलने की उम्मीद कम जताई जा रही है। रोजगार विभाग की ओर से जिलों में रोजगार अधिकारियों को प्रशिक्षण भी दिया जाना है। और बेरोजगारी भत्ते पर बने नियमों पर प्रदेश के विभिन्न् जिलों के बेरोजगारों ने कहा कि सरकार को नियमों में सरलता लानी चाहिए। *शुभम देवांगन*
*मंत्री भारतीय जनता युवा मोर्चा खेरथा मंडल जिला बालोद*