बच्चे को लगी पबजी की लत, मोबाईल छीनने से नाराज बच्चे ने की खुदकुशी

जगदलपुर : पबजी (BGMI-Pubg) जितना ज्यादा पॉपुलर है, उसके उतने ही साइड इफेक्ट भी हैं। और यह गेम बच्चों के शारीरिक-मानसिक विकास पर बुरा असर डाल रहा है। जिसका ताजा उदहारण छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में देखने को मिला है। जहां एक नाबालिग ने सिर्फ इस लिए ख़ुदकुशी की क्योंकि उसके परिजनों ने उसे फोन इस्तेमाल करने से मना किया और स्मार्टफोन छीन लिया।

मिली जानकारी के मुताबिक, ख़ुदकुशी करने वाले नाबालिग को स्मार्टफोन पर पबजी खेलने की आदत लग गई थी, वह कुछ दिनों पहले जगदलपुर में अपने नाना के घर गर्मियों की छुट्टियां मानाने आया हुआ था। इसी दौरान उसके परिजनों ने उसकी लत छुड़ाने के लिए मोबाइल छीन लिया और बाहर खेलने को कहा। परिजनों की बात उसे इतनी नागवार गुजरी की वह घर से बिना बताए कही चले गया।

जब वह देर रात तक वापस नहीं लौटा तो उसके घर वालों ने उसकी तलाश शुरू की। जिसके बाद अगले ही दिन की सुबह उसकी लाश इंद्रावती नदी में मिली। कोतवाली थाना प्रभारी सुरेश जांगड़े ने बताया कि, नाबालिग ने सुसाइड से पहले एक नोट छोड़ा था, जिससे यह बात पता चली कि उसे पबजी गेम खेलने की लत इस कदर लगी हुई थी कि वह परिवार के लोगों के बार-बार मना करने और मोबाइल छीन लेने से नाराज था और इस नाराजगी में उसने खुदकुशी कर ली।

बच्चों को मोबाइल की लत से कैसे दूर रखें?

  • बच्चों पर खास नजर रखें कि वे कितनी देर तक स्मार्टफोन का इस्तेमाल कर रहे हैं।
  • फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर या अन्य गैजेट के इस्तेमाल के लिए एक समय तय करें।
  • जितना हो सके परिजन उसके साथ खेलने और वक्त बिताने की कोशिश करें।
  • बाहर की गतिविधि (आउटडोर एक्टिविटी) के लिए बच्चों को प्रेरित करें।
  • यदि बच्चों को नींद नहीं आ रही, उनकी आंखों में दिक्कत हो रही है, या वे मानसिक रूप से परेशान हैं तो इन्हें नजर अंदाज नहीं करें।

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