किरीट भाई ठक्कर,गरियाबंद। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर प्रदेश के लगभग 33 जिलों में पत्रकार वार्ता आयोजित की जा रही है। इसी परिप्रेक्ष्य आज गुरुवार प्रातः बिन्द्रानवागढ़ विधायक जनक लाल ध्रुव द्वारा जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता आयोजित की गई।
उपस्थित पत्रकारों के बीच विधायक ध्रुव ने कहा कि बलौदाबाजार मामले में भाजपा की साय सरकार अपनी नाकामी और पूरे देश में हुई बदनामी को छुपाने विपक्ष के नेताओं को परेशान कर रही है। आपको बता दें कि पिछले दिनों बलौदाबाजार हिंसा की घटना को लेकर छत्तीसगढ़ के भिलाई नगर कांग्रेस विधायक देवेंद्र यादव को गिरफ्तार किया गया है। जनक ध्रुव के अनुसार कांग्रेसी विधायक की गिरफ्तारी भाजपा की बौखलाहट को दर्शाता है।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के अनुसार देवेंद्र यादव ने बलौदाबाजार में ना तो कोई भाषण दिया और ना ही किसी प्रदर्शन में शामिल हुये थे, वे भीड़ के बीच कुछ मिनट रुककर वापस आ गये थे। किसी हिंसक घटना में उनकी संलिप्तता के कोई प्रमाण नहीं है। पुलिस ने गलत तरीके से उन्हें गिरफ्तार किया है। भाजपा सरकार का चरित्र और व्यवहार 8 माह में ही अलोकतांत्रिक हो गया है। आप समझिये की छत्तीसगढ़ में सत्तासीन भाजपा सरकार में पत्रकारों को फसाने उनकी गाड़ी में गांजा रख दिया जाता है, विपक्ष के विधायक को झूठे मुकदमे में गिरफ्तार किया जा रहा है। बलौदाबाजार में हुई आगजनी की भयावह घटना शासन प्रशासन की बड़ी लापरवाही और सरकार की इंटेलिजेंसी के फैल होने के कारण हुई।समय रहते सरकार व प्रशासन सचेत हो गये होते साथ ही समाज के द्वारा सीबीआई जांच की मांग को पूर्व में ही मान लिया जाता तो प्रदेश को शर्मसार करने वाली हिंसक घटना से बचा जा सकता था।
क्या थी बलौदाबाजार हिंसा की घटना
बलौदाबाजार जिले के गिरौदपुरी की अमर गुफा में स्थित सतनामी समाज के धार्मिक स्तंभ ” जैतखम्भ , में 15 – 16 मई की दरमियानी रात अज्ञात लोगों द्वारा तोड़ – फोड़ की गई थी। सतनामी समाज में ” जैतखम्भ , को पवित्र प्रतीक माना जाता है। जैतखम्भ में तोड़फोड़ की शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया था, किन्तु सतनामी समाज पुलिस की कार्यवाही से संतुष्ट नहीं था। समाज के द्वारा सीबीआई जांच की मांग की जा रही थी। इसी मांग को लेकर बलौदाबाजार में 10 जून सोमवार को धरना प्रदर्शन आयोजित किया गया। धार्मिक स्तंभ को नुकसान पहुंचाने के विरोध में आयोजित आंदोलन अचानक हिंसक हो गया। आंदोलनकारियों ने अनेक दो पहिया, चार पहिया वाहनों में आग लगा दी, सरकारी दफ्तरों में तोड़ फोड़ की गई, पथराव से कई पुलिसकर्मियों घायल हो गये।
अमितेश शुक्ल अनुपस्थित रहे
विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी के विरुद्ध,छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा राज्य के लगभग 33 जिलों में जिला स्तरीय पत्रकार वार्ता के निर्देश जारी किये गये थे, इसके लिये जिला स्तर पर वरिष्ठ नेताओं को जवाबदारी दी गई थी, तदनुसार गरियाबंद जिले में बिन्द्रानवागढ़ विधायक जनक लाल ध्रुव साथ ही राजिम के पूर्व कांग्रेसी विधायक अमितेश शुक्ल को जवाबदारी दी गई थी, किन्तु जिला मुख्यालय के सर्किट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में अमितेश शुक्ल उपस्थित नही रहे। इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेसी कार्यकर्ता युगल पांडेय, केशु सिन्हा, दिलीप सिन्हा, डीलेश्वर देवांगन आदि उपस्थित रहे।