कर्नाटक से 270 टन प्याज लेकर बंगाल पहुंची किसान रेल, ये रेलसेवा न सिर्फ किसानों के विकास में बल्कि देश के विकास में भी अपना पूरा योगदान दे रही है, लिहाजा इस रेलसेवा के जरिए किसानों को माल ढुलाई पर 50 फीसदी तक की सब्सिडी दी जाती है, भारतीय रेल ने देश के किसानों की आय में वृद्धि करने के लिए ‘किसान रेल’ का संचालन शुरू किया था, ये देश के किसी भी कोने में बैठा किसान अब किसान रेल की मदद से देश के किसी भी अन्य हिस्से में अपना माल आसानी से पहुंचा सकता है, भारतीय रेल द्वारा चलाई जाने वाली किसान रेल, देश के किसानों को काफी सस्ती, सुरक्षित और तेज सेवाएं दे रही हैं,
किसान रेल की सबसे खास बात ये है कि ये विशेष रेलसेवा सिर्फ किसानों को ही नहीं बल्कि देश के प्रत्येक आम आदमी के साथ-साथ खुद रेलवे के लिए भी काफी महत्वपूर्ण है। किसान रेल का मुख्य उद्देश्य किसानों की आय में बढ़ोतरी करना है, दक्षिण पश्चिम रेलवे के मैसूर डिवीजन ने किसान रेल की मदद से 270 टन प्याज को ट्रांसपोर्ट किया, कर्नाटक के चित्रदुर्ग से प्याज की इस खेप को लेकर रवाना हुई किसान रेल सुरक्षित और तय समय पर अपने गंतव्त न्यू जलपाईगुड़ी (पश्चिम बंगाल) तक पहुंच गई, बताते चलें कि भारतीय रेल, किसान रेल में मालगाड़ी के साधारण डिब्बे की जगह पर यात्री डिब्बों का इस्तेमाल कर रही है।