राजनांदगाॅव : विश्व आदिवासी दिवस समारोह के अवसर पर विकासखण्ड मुख्यालय अम्बागढ़ चैकी में मंगलवार 09 अगस्त को आयोजित समारोह में आदिवासियों का विशाल जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए सुदूर वनांचल एवं दूरस्थ अंचलों से बरसते पानी में हजारों की संख्या में आदिवासी समाज के लोग अम्बागढ़ चैकी पहुॅचे थे। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती तेजकंुवर नेताम उपस्थित थी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधायक श्री संजीव शाह ने किया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में गोंडवाना समाज के अधिकारी, कर्मचारी प्रकोष्ठ के संभागीय अध्यक्ष श्री चन्द्रेश ठाकुर, गोंडवाना समाज के तहसील अध्यक्ष श्री संतकुमार नेताम, ब्लाॅक अध्यक्ष श्री दरोगा राम नेताम, हल्बा समाज के ब्लाॅक अध्यक्ष श्री नोहर सिंह धनंजय, कंवर समाज के ब्लाॅक सचिव श्री वामन चंद्रवंशी, पूर्व जनपद अध्यक्ष श्री शिवचरण अमरिया, सर्व आदिवासी समाज युवा प्रभाग के जिला अध्यक्ष श्री प्रकाश नेताम, अनुसूचित जनजाति शासकीय सेवक संघ के ब्लाॅक अध्यक्ष श्री चेतन भूआर्य, संरक्षक श्री बी.एस.अमेला, कोषाध्यक्ष श्री पी.आर.नायक, श्री सोहन मंडावी, सहित सरपंच श्री योगेश कोड़ापे एवं श्री गोविंद नुरूटी, श्री राकेश नेताम, श्री जागेश्वर उसेंडी, श्री भूपेन्द्र मंडावी, श्री अरविन्द गोटे, श्री गुलशन सलामे सहित समाज प्रमुखगण उपस्थित थे।
इस अवसर पर कार्यक्रम का शुभारंभ गोंडवाना भवन में आदिवासी समाज के अराध्य देवों एवं महापुरूषों के तैलचित्र पर पूजा-अर्चना कर किया गया। इसके पश्चात् विशाल संख्या में परम्परागत आदिवासी नृत्य एवं वाद्य यंत्रों के साथ रैली निकालकर नगर भ्रमण किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष श्रीमती तंेजकुंवर नेताम ने सभी स्वजातिय जनों को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएॅ दी। पूर्व विधायक श्री संजीव शाह ने आदिवासियों के गौरवशाली इतिहास एवं राष्ट्र निर्माण में उनके योगदानों पर विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्वजातिय जनों की उपस्थिति पर प्रसन्नता भी व्यक्त की। गांेडवाना समाज के अधिकारी, कर्मचारी प्रकोष्ठ के संभागीय अध्यक्ष श्री चन्द्रेश ठाकुर ने कहा कि देश व समाज के सामने जब-जब विपत्ति आई है, उसे दूर करने में आदिवासी समाज ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
उन्होंने कहा कि स्वाधिनता आंदोलन में भी आदिवासियों का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। इस अवसर पर उन्होंने सभी स्वजातिय जनों को आदिवासियों की वर्तमान दशा और दिशा पर चिंतन कर भविष्य के लिए रणनीति बनाने को कहा। श्री ठाकुर ने समाज के विकास के लिए शिक्षा को ब्रम्हास्त्र बताते हुए समाज के प्रत्येक बच्चों को शिक्षित करने के लिए ठोस निर्णय लेने की आवश्यकता बताई।
उन्होंने मद्यपान को समाज के लिए अभिशाप बताते हुए सभी समाज प्रमुखों को इसे दूर करने हेतु पुख्ता उपाय सुनिश्चित करने को कहा। इस अवसर पर गोंडवाना समाज के तहसील अध्यक्ष श्री संतकुमार नेताम, श्री चेतन भूआर्य, श्री नोहर सिंह धनंजय आदि समाज प्रमुखों ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाज के लोगों को संगठित होकर अपने अधिकारों के लिए निरंतर संघर्ष करने की अपील की।