जिंदगी से जंग जीता राहुल “हुई सबकी दुआएं कबूल” आया मौत के मुँह से बाहर

CM भूपेश बघेल ने की वीडियो कॉल से बात- कहां- हमारा बच्चा बहुत बहादुर है ; प्रशासनिक अमला और रेस्कयू टीम को गाड़ा गाड़ा बधाई और साधुवाद 

संतोष देवांगन/जांजगीर-चांपा : प्रशासनिक अमला और रेस्कयू टीम के अथक प्रयास के बाद बोरवेल के गड्ढे में फंसे राहुल को 104 घंटे के बाद सफलता पूर्वक बाहर निकाल लिया गया है इस कठिन कार्य में जितनी मेहनत रेस्क्यू टीम ने किया उतना ही साहस राहुल ने भी दिखाया. जिससे राहुल का रेस्कयू करने टीम को संबल मिला और वे राहुल को सकुशल बाहर निकाल पाये । अंधे कुआं में 5 दिनों तक बोरवेल के गड्ढे में फसे रहना कोई आम बात नहीं बल्कि काबिले तारीफ है।

CM भूपेश बघेल ने की वीडियो कॉल से बात : – कहां – हमारा बच्चा बहुत बहादुर है। उसके साथ गढ्ढे में 104 घंटे तक एक सांप और मेढक उसके साथी थे। आज पूरा छत्तीसगढ़ उत्सव मना रहा है, जल्द अस्पताल से पूरी तरह ठीक होकर लौटे, हम सब कामना करते हैं। इस ऑपरेशन में शामिल सभी टीम को पुनः बधाई एवं धन्यवाद।

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जांजगीर के पिहरीद गांव में बोरवेल से निकालने में एक स्टोन ब्रेकर, 3 पोकलेन, 3 जेसीबी, 3 हाइवा, 10 ट्रैक्टर, 3 वाटर टैंकर, 2 डीजल टैंकर, 1 हाइड्रा, 1 फायर ब्रिगेड, 1 ट्रांसपोर्टिंग ट्रेलर, तीन पिकअप, 1 होरिजेंटल ट्रंक मेकर, ड्रिल मशीन, रोबोट मशीन और 2 जेनरेटर का उपयोग किया गया. मौके पर एंबुलेंस को भी तैनात कर रखा गया था।

वही प्रदेश के मुख्या मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल जी भी लगातार इस घटना का एक एक पल की अपडेट जानकारी लेते रहे और मौके पर उपस्थित अधिकारीयों और रेस्कयू टीम के सदस्यों से चर्चा कर राहुल की सही सलामत वापसी के लिए निर्देशित भी करते रहे। बता दे की राहुल अपने घर के पीछे खेलते समय राहुल शुक्रवार दोपहर को बोरवेल के गड्ढे में गिर गया था. जैसे ही जिला प्रशासन को इस घटना की सूचना मिली देर शाम और रात से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया. कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला की अगुवाई में जिला प्रशासन की टीम पिहरीद गांव में पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत की गई।

श्री टीएस सिहदेव(बाबा) जी ने किया ट्वीट :- वही छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्री टीएस सिहदेव जी भी ट्वीट कर कहा है की , 100 घण्टे से भी ज़्यादा चले इस ऑपरेशन में बचाव दल और जिला प्रशासन युवा राहुल को बचाने के लिए अथक प्रयास किया इसके लिए सभी का साधुवाद ।  वे उन्हें ग्रीन कॉरिडोर के रास्ते उच्च चिकित्सा के लिए बिलासपुर ले कर गए हैं। उनके मुताबिक राहुल पूर्णतः स्वस्थ और होश की अवस्था में हैं। राहुल के चिकित्सा में कोई कमी नहीं रहेगी और हम सभी राहुल साहू के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हैं।

राहुल के पिता ने ही खुदवाया था बोरवेल के लिए गड्डा : –बता दे की यह बोरवेल राहुल के पिता ने ही खुदवाया है. राहुल के पिता लाला साहू ने अपने घर की बाड़ी में पानी की व्यवस्था के लिए 120 फीट के करीब बोर कराया है. केसिंग लगाया गया था, लेकिन बोर में खराबी आने के कारण उस बोर को बंद कर दिया गया और उसकी केसिंग पाइप को भी निकाल दिया गया. बोर 6 से 8 इंच का हो गया. अपनी बाड़ी में खेलते हुए राहुल इसी बोर के अंदर गिर गया।

इन योद्धाओं का रहा रेस्क्यू ऑपरेशन में सक्रीय भूमिका :- राहुल साहू को सुरक्षित निकालने के लिए युद्ध स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. कलेक्टर जितेंद्र शुक्ला और एसपी विजय अग्रवाल ने राहुल के परिजनों से मुख्यमंत्री की बात कराई. सीएम के निर्देश पर गुजरात से रोबोट इंजीनियर को शनिवार को बुलाया गया. ओडिशा से एनडीआरफ की टीम को बुलाया गया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में 4 IAS, 2 IPS, 5 एडिशनल SP, 4 SDOP, 5 तहसीलदार, 8 TIऔर 120 पुलिसकर्मी, EE (PWD), EE (PHE), CMHO, 1 सहायक खनिज अधिकारी, NDRF के 32 कर्मी, SDRF से 15 कर्मचारी और होमगार्ड के जवान शामिल रहें।

 

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