रानीतराई :- बढ़ते अपराध को नियंत्रित करने के लिए युवाओं को नशा मुक्त भारत अभियान से जुड़ना होगा। सामाजिक कुरीतियों की जड़ “नशा” है। युवा संकल्प ले की “एक युद्ध नशे के विरुद्ध” सक्रिय रूप से आगे आए। दुर्ग पुलिस द्वारा दुर्ग जिलों को नशा मुक्त जिला बनाने में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें।
उपरोक्त विचार स्व. दाऊ रामचंद्र साहू शासकीय महाविद्यालय एवं रानीतराई पुलिस के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री मनीष बंछोर ने व्यक्त किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये जिला पंचायत के ऊपर उपाध्यक्ष श्री अशोक साहू ने युवाओं से कहा कि उन्हें नशे की प्रवृत्ति को रोकना होगा ताकि आपका परिवार, समाज, ग्रामीण अंचल का विकास हो सके और हम नशा मुक्त राष्ट्र के निर्माण में आगे बढ़ सके। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि जनभागीदारी विकास समिति के अध्यक्ष एवं रानीतराई के सरपंच श्री निर्मल जैन ने युवाओं को आह्वान करते हुए कहा कि छात्रों को नशा अपनी पढ़ाई से करना चाहिए तथा मोबाइल के अधिक उपयोग नहीं करना चाहिए। अनावश्यक मोबाइल के उपयोग से बचे। जीवन को विकसित करने का नशा करे। इस अवसर पर जनपद सदस्य पाटन, श्री रवि सिन्हा ने कहा कि युवाओं को संकल्प लेना चाहिए कि वह नशा को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे, युवा शक्ति राष्ट्र शक्ति है।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं नशा मुक्ति केंद्र के संयोजक श्री अजय कल्याणी जी ने कहा कि आज नशा मुक्त अपराध -अपराध मुक्त समाज निर्माण में सक्रिय होना चाहिए। नीदरलैंड एक ऐसा देश है जहां हमें अपराध कम हो रहा है और पुलिस का काम खत्म हो रहा है। दुर्भाग्य से युवा सपूत नहीं कपूत बन रहे हैं। नशे की प्रवृत्ति एक घर घर में प्रवेश की तो पूरा घर बर्बाद हो जाता है। युवा संस्कृति एवं सभ्यता से दूर होते जा रहे है। यदि युवा आज जागृत नहीं हुई तो भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।
कार्यक्रम के प्रारंभ में छात्राओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। महिला रक्षा टीम की निरीक्षक श्रीमती संगीता मिश्रा ने सुरक्षा संबंधी जानकारी देते हुए कहा कि छात्रों को मोबाइल में “अभिव्यक्ति ऐप” से जुड़ना चाहिए जो मोबाइल लोकेशन पर आधारित है। यह पूरे छत्तीसगढ़ में प्रभावशील है। पैनिक बटन दबाकर पुलिस की सहायता ले सकते है। इस अवसर पर ट्रैफिक पुलिस प्रभारी श्री बोधन साहू ने कहा है कि हेलमेट एवं सीट बेल्ट का प्रयोग कर जीवन को सुरक्षित रखें। इस अवसर पर थाना प्रभारी रानीतराई श्री प्रकाश कारंत ने कार्यक्रम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशा करने वाला व्यक्ति एवं उसका आर्थिक रूप से शून्य हो जाता है। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. आलोक शुक्ला ने कहा की स्वस्थ समाज के लिए नशा मुक्त होना जरूरी है। समाज में बढ़ते विकृर्ती विकृति के लिए हम सब जिम्मेदार है। इस अवसर पर बीएससी द्वितीय एवं तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राओं द्वारा “नशा मुक्त समाज” नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत किया गया। जिससे दर्शकों से बहुत सराहना मिली। नुक्कड़ नाटक में तमाशा, वेदिका, देवीका, डिंपल, संगीता, दुर्गेश वर्मा हीना एवं सौरभ ने भाग लिया।
कार्यक्रम में महाविद्यालय से श्रीमती अंबिका ठाकुर बर्मन, श्रीमती आराधना देवांगन सुश्री रेणुका वर्मा, अतिथि व्याख्याता मे श्री टिकेश्वर कुमार पाटिल, सुश्री शिखा मड़रिया, सुश्री अंजली देवांगन, डॉ दीपा बाईन तथा कार्यालय से श्री नरेश मेश्राम, श्रीमती महेश्वरी निषाद एवं सुश्री सीमा वर्मा, पुलिस विभाग के बल एवं महिला रक्षा टीम सहित, ग्रामीण जन उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती शगुफ्ता सिद्धकी एवं आभार प्रदर्शन श्री चंदन गोस्वामी ने किया।