Cg24News-R :-मतदान के सदुपयोग व दुरूपयोग पर ही गांव की प्रगति व अवनति की आधारशिला रखी जाती है। अतः गाँव का भविष्य पूरी तरह मतदाता की चेतना पर निर्भर करता है। भारत गाँवों का देश है। देश के विकास में गावों की भूमिका महत्वपूर्ण है इसलिए गाँव के विकास व मूलभूत सुविधाओं को बढ़ावा देना होगा, बेहतर समाज व आदर्श गाँव बनाने की दिशा में कदम बढ़ाना होगा। विकास का अर्थ सिर्फ भौतिक विकास, निर्माण कार्य व भौतिक सुख सुविधाओं से ही न लिया जाए। भौतिक विकास के साथ व्यक्ति व समाज में नैतिक मूल्यों का विकास भी हो ऐसा विकास अधिक मायने नहीं रखता जहाँ मानवीय मूल्यों का कोई स्थान न हो, जनप्रतिनिधियों की भूमिका सिर्फ निर्माण कार्यों व भौतिक विकास तक ही सीमित नहीं बल्कि समाज में नैतिक मूल्यों का विकास व गाँव में व्याप्त कुप्रथाओं व सामाजिक कुरीतियों को दूर करना भी हो।वर्तमान समय में समाज में आर्थिक व शैक्षिक उत्थान के साथ नैतिक उत्थान भी जरूरी है,जल संरक्षण मिट्टी के प्राकृतिक उपजाऊ पन बढ़ाने के उपाय कुओं व तालाबों की रक्षा किसानहितैषी विभिन्न जीव जन्तुओं विशेष कर गो वंश की रक्षा पशुपालन को प्रोत्साहन गाँव में आपसी सहयोग व भाईचारे को मजबूती गाँव मे एकता व आत्म निर्भरता बढ़ाना सफाई रोजगार के अवसर प्रदान करना आपसी सहयोग से पर्यावरण सुधारना वृक्षारोपण आदि सब विकास की प्राथमिकता के कार्य हैं जो गांव को समग्र विकास की ओर अग्रसर करेंगे। आरोग्य के उपाय व सुविधा तथा सफाई आदि कार्य ग्रामीण जीवन को स्वस्थ बनाएँगे। शराब व नशीले पदार्थों के नशे में गिरफ्त नयी पीढ़ी की सुरक्षा भी स्वस्थ समाज के लिए आवश्यक है। गांव का वातावरण ऐसा बने जहाँ अपराध व हिंसा न हो। लम्बी व खर्चीली मुकदमेबाजियों से दूर रहने का प्रयास हो। शान्ति व सहयोग की सोच गाँव में व्याप्त हो। जातिगत गुटबाज़ी व खेमेबाजी से आदर्श समाज का यह उद्देश्य पीछे छुट जाता है। सभी को आपसी सहयोग के रिश्ते में बांधने का प्रयास किया जाना चाहिए, चुनाव माहौल में कटुता व वैमनस्यता देखने को मिलता है ।इनसे दूर रहने की जरूरत है।यही स्वस्थ लोकतंत्र की पहचान है, ज्ञातव्य है कि कुप्रथाओं व कुरीतियों के कारण आम आदमी पर कर्ज का भार बढ़ता है वर्तमान आधुनिक व शिक्षित समाज में भी कुप्रथाएं व अन्य सामाजिक बुराइयां व्याप्त हैं,गाँववासी आपसी सहयोग से इसी मजबूत का उपयोग सभी तरह के नशे को दूर रखने व अन्य सामाजिक बुराइयों से निपटने में करें जनप्रतिनिधि व गाँववासी परस्पर सहयोग से इन उद्देश्यों के लिए अपनी क्षमता अनुसार अधिकतम प्रयास करते हुए सार्थक व नेक उपलब्धियों की ओर बढ़ें।गांव के विकास व जनहितैशी मुद्दों पर शान्तिमय आम सहमति बननी चाहिए,सुयोग्य जनसेवी इमानदार जनहितैशी स्वच्छ छवि वाले व्यक्ति को ही चुनना चाहिए चाहे व किसी भी दल या जाति का हो।
मतदान का उपयोग बहुत ही सोच समझकर करना चाहिए। यह कार्य गाँव के हित के लिए सबसे जरूरी है। इन पर आम सहमति के कार्यक्रम बनने चाहिए। इन बातों पर गौर करते हुए जागरूक व बेहतर नागरिक की हैसियत से बिना किसी जातिगत गुटबाज़ी व लोभ के विवेकपूर्ण मतदान से आदर्श व्यक्ति का चयन करना चाहिए। ऐसी व्यवस्थाओं के संचालन की आवश्यकता है जिससे सभ्य समाज व आदर्श गाँव बनाया जा सके।