(संतोष देवांगन) रायपुर : छत्तीसगढ़ खनिज अयस्क को लेकर अपार संपदा वाला राज्य माना जाता है। छत्तीसगढ़ राज्य की धरती के अंदर कोयला, बॉक्साइट, सोना और हीरे की बड़ी मात्रा है। खनिज विभाग ने महासमुंद और कांकेर जिले में 3 खनिज ब्लॉक में सोने और हीरे के खनन के लिए हाल ही में ई टेंडर जारी किया गया है। जिसमें से करीब 7205 एकड़ में कई बहुमूल्य धातुओं की खोज की जाएगी। सोने और हीरे की खोज से छत्तीसगढ़ को अतिरिक्त राजस्व प्राप्त होगा।
डायरेक्टर ऑफ जियोलॉजी एंड माइनिंग छत्तीसगढ़, जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया, मिनरल एक्सप्लोरेशन एंड कंसलटेंसी जेसी सर्वे कंपनी ने तीनों ब्लॉकों में सोने और हीरे होने की संभावना जताई है। जिसके बाद छत्तीसगढ़ खनिज विभाग ने इन खनिज अयस्क के खनन के लिए ई–टेंडर जारी कर दिया है। पूरे विश्व में कीमती खनिज की मांग समय के साथ काफी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। जिसके बाद लगातार खनिज विभाग रिसर्च के माध्यम से बहुमूल्य धातुओं की खोजबीन में लगा रहता है।
छत्तीसगढ़ खनिज विभाग के अधिकारियों की माने तो जो कंपनियां सफल बोली लगाएंगी, उन्हें सबसे पहले काम दिया जाएगा। जिसमें कंपनी विस्तृत पूर्वेक्षण का कार्य करेगी। जब भंडारण प्रमाणित हो जाएगा, उसके बाद उन्हें खनिज का पट्टा दिया जाएगा। खनिज अधिकारियों का मानना है कि 32 खनिज ब्लॉक (32 mineral blocks) से राज्य सरकार को 1 लाख करोड़ से ज्यादा की राशि के राजस्व का फायदा होगा। जिसके साथ ही सोने और हीरे के बाद देश में पहली बार महासमुंद जिले में निकिल – क्रोमियम के 2 ब्लॉक आवंटित किए गए हैं।
खनिजों से वर्ष 2022-23 में 12,941 करोड़ रुपए का रिकॉर्ड राजस्व प्राप्त हुआ है। यह राशि वर्ष 2021-22 की तुलना में 636 करोड़ रुपए ज्यादा है। वर्ष 2021-22 में कुल खनिज राजस्व 12,305 करोड़ रुपए प्राप्त हुआ था। वर्ष 2017-18 में खनिज राजस्व आय लगभग 4911 करोड़ रुपए थी, जिसकी तुलना में वर्ष 2022-23 में खनिज राजस्व आय ढाई गुना से ज्यादा है।