गरियाबंद : गरियाबंद जिला मैनपुर विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत झरगांव के आश्रित पारा तेतलपारा में कार्तिक पूर्णिमा का पावन पर्व सोमवार को श्रद्धा भाव के साथ परंपरागत ढंग से मनाया गया। इस पावन पर्व पर गंगा यमुना नदी में डुबकी लगाने के लिए श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरू हो जाता है।
वही हिंदू घरों में हर्षोल्लास के साथ तुलसी महारानी सालिग राम का विवाह परंपरा के अनुसार किया जाता है। गांव में स्थित पावन खजूर तालाब में स्नान के बाद लोगों ने तालाब के किनारे स्थित विश्व शांति शनि शक्ति पीठ में पूजा अर्चना कर दान पुण्य भी किया एवं सत्यनारायण की कथा व हवन पूजन कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सृष्टि के प्रारंभ से ही कार्तिक पूर्णिमा की तिथि काफी खास रही है। पुराणों में इस पूर्णिमा को स्नान व्रत एवं दान मोक्ष प्रदान करने वाला बताया गया है। इस मास में भगवान श्री नारायण के साथ तुलसी और सालिग राम के पूजन का विशेष महत्व है। माना जाता है कि भगवान शंकर ने त्रिपुरासुर नामक गद्य का अंत किया था और वह त्रिपुरी के रूप में पूजित हुए थे इसी लिए कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है।