गरियाबंद। जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ मुकेश कुमार हेला की लापरवाही और मनमानी की चर्चा नगर के आम नागरिकों के बीच से होती हुई निर्वाचित जन प्रतिनिधियों तक पहुंच चुकी है। यही कारण रहा कि 5 नबम्बर को राज्योत्सव में सम्मिलित होने गरियाबंद पहुंचे राजिम विधायक रोहित साहू रात्रि में अचानक जिला अस्पताल पहुंच गये थे। अस्पताल प्रबंधन की मनमानी और लापरवाही का नजारा उन्होंने अपनी आंखों से देखा। इससे पहले भी, माना जाता है कि, मिली शिकायतों के आधार पर अस्पताल की व्यवस्था में सुधार के दृष्टिकोण से कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल भी दो बार मध्य रात्रि में डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे थे।
इसके प्रतिफल सुधार कुछ ना हुआ, उल्टा ये की आगे भी मनमानी का दौर चलता रहा है। अस्पताल सूत्रों की माने तो बगैर पैसे यहां कोई काम नही होता। दिव्यांग प्रमाण पत्रों के लिये भी पैसों की मांग की जाती है। ये भी बताया जा रहा है कि कुछ अस्पताल कर्मियों की पेंशन फाइल, चढ़ावे के इंतजार में महीनों से लटकाई गयी है।
आरोप ये भी है कि अस्पताल अधीक्षक डॉ मुकेश कुमार हेला मुख्यालय में ना रहकर अधिकतर रायपुर से आना जाना करते रहे हैं। बताते हैं कि 5 नबम्बर की रात्रि जब विधायक रोहित साहू जिला अस्पताल पहुंचे थे, डॉ हेला मुख्यालय में नही थे।
शुक्रवार 15 नवम्बर जिला मुख्यालय में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस महोत्सव में सम्मिलित होने गरियाबंद पहुंचे राजिम विधायक रोहित साहू से जब इस मामले में चर्चा की गई तब उन्होंने साफ कहा कि अस्पताल अधीक्षक डॉ हेला पर शीघ्र अनुशासत्मक कार्यवाही की जायेगी।