राजनांदगांव । भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष रविन्द्र रामटेके छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे नौकरी करने वाले लोगों को संरक्षण दे रहे हैं। जिस कारण छत्तीसगढ़ के युवाओं को नंगा होकर प्रदर्शन करने के लिए मजबूर किया गया है। जिस पर उन्होंने दमदार बयान देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में फर्जी जाति प्रमाण पत्र के सहारे सरकारी नौकरी मामले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति वर्ग के युवाओं का गुस्सा मंगलवार को भड़क गया। आंदोलित युवा निर्वस्त्र होकर सड़क पर बड़ी संख्या में प्रदर्शन करने लगे।
फर्जी जाति प्रमाण पत्र मामले में आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए और उन्हें सरकारी संरक्षण न दिया जाए। अपनी मांगों को लेकर यह सभी आंदोलनकारी युवा विधानसभा की ओर बढ़ने लगे थे। इसी दौरान पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एससी-एसटी वर्ग के नग्न प्रदर्शन कर रहे युवाओं को गिरफ्तार कर लिया।
क्यों हो रहा निर्वस्त्र प्रदर्शन ?
श्री रामटेके ने आगे कहा कि फर्जी जाति प्रमाण पत्र के मामले में छत्तीसगढ़ सरकार के कार्रवाई से एससी-एसटी वर्ग के युवा नाराज है। पिछले तीन सालों में सरकार ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है और उन्हें लगातार संरक्षण दे रही है। इसके साथ ही, फर्जी जाति प्रमाण-पत्र धारकों को महत्वपूर्ण पदों में प्रमोशन भी दिया जा रहा है। फर्जी जाति प्रमाण पत्र के जरिए सरकारी नौकरी छत्तीसगढ़ में इन दिनों फर्जी जाति के जरिए सरकारी नौकरी हासिल करने का मामला गर्माया हुआ है।
गैर-जाति के लोग फर्जी प्रमाण-पत्र के आधार पर सरकारी विभाग में नौकरी ले रहे हैं, जिससे जाति के लोग आरक्षित वर्ग के कोटे का शासकिय नौकरियों एवं राजनैतिक क्षेत्रों में लाभ उठा रहे हैं। 267 फर्जी प्रमाण-पत्रों से नौकरी के मामले सामने आए है। राज्य सरकार की जांच समिति ने फर्जी जाति प्रमाणपत्र मामलों की जांच की और पाया कि 267 सरकारी कर्मचारियों ने जाली एससी/एसटी प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल किया था, लेकिन अब तक उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। फ़र्जी जाति प्रमाण पत्र धारकों को गिरफ्तार किया जाए। भूपेश सरकार के खिलाफ छत्तीसगढ़ की जनता का आक्रोश दिख रहा है। जिसका खामियाजा कांग्रेस सरकार को आने वाले विधानसभा चुनाव में जनता मुंहतोड़ जवाब देते हुए सत्ता से बाहर करेगी।