दीपावली पर पटाखे चलाते समय रखें ये बातें ध्यान , होलसेलर के यहां अनुमति से ज्यादा बारूद

होलसेलर पटाख़ा व्यापारी साठ गांठ के चलते नियमों को ताक में रख अपने आस-पास के कपड़ा , किराना, व् अन्य दुकानदारों की  जान-माल को खतरे में डालकर बृहद पैमाने में पटाखा डम/स्टोर कर रख कर रहे धड़ल्ले से बिक्री 

संतोष देवांगन

“छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़” अंधकार को दूर कर चारों तरफ खुशियां बिखेरने वाला दीपों का पर्व दीपावली आने में कुछ ही दिन बाकी है. ये त्योहार धनतेरस के दिन से शुरू होकर भाई  दूज तक च​लता है. पंचदिवसीय ये त्योहार वैसे तो हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है, लेकिन इसमें इतना हर्ष और उल्लास रहता है कि इसे अब सभी धर्म के लोग मनाने लगे हैं. इस बार दीपावली का ये पंचदिवसीय पर्व 2 नवंबर मंगलवार से शुरू होकर 6 नवंबर शनिवार तक चलेगा. हालाँकि पिछले वर्ष कोरोना वायरस को  सबकी दिवाली फिकी रही. लेकिन  इस की दीवाली कुछ खास रहेगी।



बतादे की 4 नवंबर गुरुवार के दिन मुख्य रूप से दीपावली मनाई जाएगी. दीपावली के दिन माता लक्ष्मी और गणपति के पूजन के बाद पटाखे चलाने की परंपरा है. पटाखों की आवाज और इससे निकलने वाला धुआं सांस के रोगियों और हृदय रोगियों समेत तमाम लोगों के लिए समस्या पैदा कर सकता है. ऐसे में बेहद सतर्कता बरतने की जरूरत होती है. याद रखिए किसी भी त्योहार का मजा तभी होता है, जब घर के सभी लोग खुश और सुरक्षित हों. ऐसे में यहां हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे टिप्स जो आपके और परिवार की सुरक्षा में अहम भूमिका निभा सकते हैं


बजारों में सजने लगे पटाखों के दूकान रिहायशी इलाकों में पटाखों का स्टोरेज, प्रशासन मौन  

दीवाली का त्यौहार जैसे ही नजदीक आता है वैसे ही बाजारों में सभी प्रकार के घरेलु उपयोगी, डेकोरेशन आदि सामानो का स्टाल लग जाता है साथ ही अनुविभागीय दंडाधिकारी और निगम प्रशाशन के निर्देशानुसार पटाखों का भी स्टाल दूकान सजने लगती है लेकिन कोरोना वायरस को लेकर प्रशासन कमर कस तैयार है मगर वही कुछ होलसेलर पटाख़ा व्यापारी साठ गांठ के चलते नियमों को ताक में रख अपने आस-पास के कपड़ा , किराना, व् अन्य दुकानदारों जान-माल को खतरे में डालकर बृहद पैमाने में पटाखा डम/स्टोर कर रखा है जिससे कभी भी बाजार में बड़ी घटना घट सकती है. यह जानते हुए भी सम्बंधित अधिकारीयों द्वारा इसकी सुध न लेना समझ से परे है क्योंकि दिवाली तो सबको मानानी है मगर अपनी निजी स्वार्थ के लिए किसी दूसरे को खतरे में डालना न्याय संगत नहीं।


दीपावली पर पटाखे चलाते समय ये बातें ध्यान रखें 

1. पटाखा जलाते वक्त माक्स का उपयोग करें करते हुए ज्यादा तेज आवाज करने वाले पटाखों को चलाने से परहेज करें, पटाखा चलाते वक्त बच्चों के साथ बड़े हमेसा साथ रहे।
2. अस्थमा या सांस के रोगी हैं तो पटाखों के आसपास न जाएं,, डायबिटीज के मरीज पटाखों से दूरी बनाकर रखें. अगर इसके कारण किसी भी तरह की इंजरी हो गई तो उसे ठीक करना मुश्किल हो जाता है।
3. पटाखे हमेशा खुली जगह जैसे छत या फिर पार्क वगैरह में ही चलाएं. इसे चलाते समय कॉटन के ढीले ढाले कपड़े पहनें, सिंथेटिक कपड़ों से पूरी तरह परहेज करें।


4. अगर आपको पहले कभी ब्रेन स्ट्रोक पड़ चुका है या आप हार्ट के मरीज हैं, तो घर पर ही रहें या दूर बैठकर त्योहार का आनंद लें।
5. दीपावली पर पटाखों से हुए प्रदूषण का असर आपकी स्किन पर पड़ता है. इसके प्रभाव से बचने के लिए खूब पानी ​पीएं और स्किन को हाइड्रेट रखें. पटाखें चलाने के बाद स्किन को अच्छे से साफ करें और इस पर मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल जरूर करें ताकि स्किन रूखी न हो।
6. पटाखों से आंखों को सुरक्षित रखना भी जरूरी है. ऐसे में दूर रहकर पटाखे चलाएं और पटाखे चलाने के बाद आंखों को पानी से छींटें मारकर धोएं और गुलाब जल डालें।
7. घर पर फर्स्टएड बॉक्स तैयार करके जरूर रखें ताकि अगर छोटी मोटी समस्या आ भी जाए तो उससे निपटा जा सके।
8. फर्स्टएड बॉक्स में पट्टी, रुई, पेनकिलर और ऑइंटमेंट जरूर रखें. ज्यादा जलने पर फौरन चिकित्सक को दिखाएं।

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