संदीपनी कॉलेज मे वर्षा जल-संचयन का निर्माण
कुम्हारी :- *आज दिनाँक 12/12/2021 को नर्शिंग कॉलेज संदीपनी अकादमी मे लगातार हो रही जल की कमी को देखते हैं कॉलेज प्रबंधन द्वारा वर्षा जल संचयन का निर्णय कॉलेज के डारेक्टर विनीत चौबे और इंजीनियर दीपक बोरकर द्वारा लिया गया और इसे भुजल-विद भुपेंद्र कुमार पटेल के द्वारा पूर्ण कराया गया है|
कॉलेज मे वर्षा जल संचयन वि – वायर इंजेक्शन वेल पध्दति द्वारा कराया गया है जो की जल संग्रहण (वॉटर हार्वेस्टिंग) के लिए बहुत ही कारगर माना गया है|
बारिश के पानी को विभिन्न तरीकों से संचित करना या बचाना वाटर हर्वेस्टिंग कहलाता है। तालाब या झील के अलावा जमीन के नीचे बनाए गए टैंक के जरिए भी वर्षा जल का संचयन किया जा सकता है।
इस पानी का उपयोग, बागवानी और सिंचाई के लिए तो आसानी से किया ही जा सकता है।
भूजल का स्तर बनाए रखने में भी वाटर हार्वेस्टिंग काफी मददगार होता है।
थोड़े से प्रयास के बाद इस पानी को पीने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है। वर्षा जल संरक्षण का मुख्य उद्देश्य घरों के छत पर जल संचय कर भू-जल को रिचार्ज करना है ताकि जमीन का जलस्तर बरकरार रह सके तथा पेयजल की समस्या उत्पन्न न हो|
इस वर्षा जल संचयन के निर्माण होने से कॉलेज प्रबंधन द्वारा खुशी व्यक्त किया गया है|