कृषि विभाग की थोक व्यापारी से साठगांठ ‘खाद की कालाबाजारी रोकने’ छोटे रिटेलर दूकान में मारे जा रहे ‘छापे’

कृषि विभाग से सांठगांठ के चलते ‘थोक खाद व्यापारी’ खाद स्टोर कर अधिक मूल्यों में रिटेलर और किसानों को थमा रहे है लादन और खाद, छोटे दुकानदारों पर कार्रवाही थोक व्यापारियों को ‘कृषि विभाग से खुली आजादी’ 

संतोष देवांगन रायपुर – छत्तीसगढ़ में जिले भर से खाद की कालाबाजारी करने वाले दुकानदारों के विरूद्ध लगातार मिल रही शिकायत पर प्रदेश के मुख्यमंत्री के आदेसानुसार कृषि विभाग द्वारा खाद कालाबाजारी करने वालों पर सख्ती से कार्रवाही की जा रही है एवं सख्ती दिखाते हुए राजस्व एवं कृषि अमलों को कार्रवाई करने की सख्त हिदायत दी गई है।जिसके चलते कृषि एवं राजस्व अमला द्वारा जिले भर में लाइसेंसी दुकानदारों पर कार्रवाई करते हुए प्रकरण तैयार किया जा रहा है।

ये है प्रदेश के चार बड़े व्यापारी  

वहीँ “छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़” से अपनी नाम गुप्त रखने की शर्त पर कुछ रिटेलरों ने बताया की प्रदेश की बड़ी मछली छत्तीसगढ़ के बड़े थोक डीलर व्यापारियों में सुहाने फर्टिलाइजर रायपुर, अतुल मूंदड़ा रायपुर  , द्वारिका प्रसाद DPMK फर्टिलाइजर भाठापारा और पायल फर्टिलाइजर बिलासपुर ये चारों प्रदेश के सबसे बड़े थोक व्यापारी है और इन्ही के यहाँ से प्रदेश भर में रिटेलरों को खाद की सप्लाई की जाती है।



कृषि विभाग के आला अफसरों और उर्वरक निरीक्षक है पता फिर भी कार्रवाही नहीं क्यों..?

उन्होंने बताया की इन बड़े व्यापारियों के द्वारा ही उचित मूल्य से बड़ी हुई मूल्यों पर खाद रिटेलरों के पास माल पहुंचाई जा रही है साथ ही खाद,यूरिया के साथ जबरदस्ती 1 लाख- 2 लाख लादान टिका रहे है यदि रिटेलर लादान नहीं ले तो उन्हें ये अन्य खाद देने से मना कर रहे है जिसके कारण रिटेलर छोटे दूकानदार मज़बूरी वश खाद खरीदना पसंद कर रहे है. यह बात कृषि विभाग के आला अफसरों और उर्वरक निरीक्षक को भी पता है फिर भी न जाने क्यों इन चारों  व्यापारियों पर कृषि विभाग और शासन-प्रशासन द्वारा खुली छूट दे रखी है जिसके चलते छोटे रिटेलरों दुकानदारों को अच्छाखासा आर्थिक बोझ और सरकारी कार्रवाही की दंश झेलना पढ़  रहा है।



थोक व्यापारी विभाग से सांठगांठ कर , रिटेलर और किसानों की उठा रहे मज़बूरी का फायदा

इन बड़े कालाबाजारियों के कारण ही किसानों को अधिक कीमतों पर खाद बेचीं जा रही है और प्रदेश के किसान खाद खरीदने मजबूर भी है और इसी मज़बूरी का फायदा उठाकर ये थोक व्यापारी छोटे दुकानदार रिटेलरों को अधिक कीमतों पर खाद और लादान बेच रहे है और कृषि विभाग मुख्यमंत्री जी के सामने अपनी खानापूर्ति की करतूत छिपाने प्रदेश के बड़े खाद व्यापारियों को खुली आजादी देकर छोटे रिटेलरों दुकानदारों पर खाद की कालाबाजारी के नाम पर कार्रवाही कर अपना इतिश्री कर वाहवाही ले रहे है। इसका खामयाजा बेचारे छोटे दुकानदार रिटेलर और किसान भुगत रहे है।

वहीँ प्रदेश व्  जिले के खाद रिटेलर छोटे दुकानदारों ने कहाँ है की यदि कृषि विभाग इन पर कार्रवाही नहीं करती तो वे सामूहिक रूप से विभाग और प्रशासन के खिलाप धरना प्रदर्शन करने की बात कहीं है।

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