स्कूल प्रशासन, जनपद CEO की उदाशीनता के चलते जा सकती है मासूम बच्चों और शिक्षक की जान, ‘जांजगीर-चांपा’ अकलतरा का हाल …पढ़े पूरी ख़बर
“छत्तीसगढ़-24-न्यूज़” संतोष देवांगन
रायपुर- छत्तीसगढ़ में शिक्षा का कद बढ़ाते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी ने राज्य के सभी शासकीय स्कूलों का जीर्णोद्धार कर रहे है साथ ही बच्चों में शिक्षा का महत्व और उसका बेहत्तर परिणाम के लिए राज्य के सभी ब्लाकों में अंग्रेजी माध्यम स्कूल का भी निर्माण किया है इतना ही नहीं बल्कि जिस ब्लॉक या जिले का सरकारी स्कुल जर्जर हो गया है ऐसे स्कूलों का मरम्मत या पुनःनिर्माण कार्य किया गया है. मगर राज्य के ‘जांजगीर-चांपा’ जिले के बड़ा तहसील अकलतरा में वहा के CEO और प्रशासन की उदाशीनता के चलते ‘ग्राम पचरीदल्हा’ की बद से बदत्तर पूरी तरह से जर्जर स्कूल में आज भी बच्चे पढ़ने को मजबूर है। और यहाँ बच्चियों के लिए टॉयलेट-बाथरूम का भी नहीं है व्यवस्था। देखे जर्जरता की वीडियों
प्रशासन की उदाशीनता पर रो रहा है ‘पचरीदल्हा’ का स्कूल
स्कूल कोड – 0106801 , डाइस कोड 22060106801, शाला स्थापना वर्ष 1978
बतादे की ‘ग्राम पचरीदल्हा’ का प्राथमिक शाला प्रशासन की उदाशीनता पर रो रहा है और कह रहा है की मुझे भी स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल की तरह सुंदर बना दो. यहां के ग्रामीण अब इस स्कूल को मौत का घर भी कहते नहीं थक रहे है उनका कहना है की इस शासकीय प्राथमिक शाळा स्कूल की मरम्मत और जीर्णोद्धार के लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों और जनपद पंचायत CEO व स्कूल शिक्षा विभाग को कई बार पत्राचार के माध्यम से आगाह किया गया है फिर भी किसी के कानों में अब तक जूं नहीं रेंगा है. शायद वे गरीब मासूम बच्चों के साथ किसी बड़ी घटना घटने का इंतज़ार कर रहा हों।
आपको यह जानकर हैरानी होगी की अकलतरा के ‘ग्राम पंचायत पोहीदल्हा’ के आश्रित ‘ग्राम पचरीदल्हा’ स्कूल की जर्जर हालात को देखकर ग्राम पंचायत में इस जर्जर स्कूल भवन की मरम्मत 14/12/2019 को ग्राम सभा में प्रस्ताव भी पारित किया गया तत्पश्चात जनपद पंचायत व शिक्षा विभाग को सूचित भी किया गया जिस सूचना पर ग्रामीण विकास विभाग रायपुर द्वारा निर्धारित ग्रामीण यांत्रिकी सेवा पर उक्त स्कूल भवन का जर्जर हालत को देखते हुए जांच अधिकारीयों द्वारा जांच रिपोर्ट तैयार कर प्रमाण पत्र भी जारी किया है. हमारे सहयोगी साथी श्री ओमप्रकाश शर्मा द्वारा ग्रामीणों से हमें यह दस्तावेज उपलब्ध कराए।
बतादे की इस स्कूल का निर्माण मरम्मत कार्य शीघ्र किया जाना है फिर भी आज तक पुरे तीन वर्ष बीतने को जा रहा है फिर भी प्राथमिक शाळा स्कूल भवन का मरम्मत या निर्माण कार्य चालु न होना स्कूल प्रशासन और जनपद पंचायत के CEO के कार्यप्रणाली पर बड़ा सवाल खड़ा करता है. ? वही अनुविभागीय अधिकारी आर.पी.माहेश्वरी एवं उप अभियंता तकनीकी सहायक श्री रविशंकर सोनी द्वारा स्थल निरीक्षण का जाँच कर उक्त भवन का मरम्मत/निर्माण करने प्रमाणपत्र भी उसी समय जारी किया गया है।
वही स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह ने प्रदेश में जर्जर स्कूल के भवनों के संबंध में कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों को तत्काल आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि शासन के ध्यान में यह बात लाई गई है कि राज्य के कई स्थानों पर स्कूलों के भवनों की स्थिति बद से बद्तर और अति जर्जर हो गई है, जिससे बारिश एवं अन्य परिस्थितियों में बच्चों और शिक्षकों के लिए जान का खतरा हो सकता है।
अतः इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए तत्काल आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। इस संबंध में कलेक्टरों और जिला शिक्षा अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर सभी जिलों की ऐसी शालाएं जो जर्जर और अति जर्जर प्रकार की हो उनका निरीक्षण संबंधित निर्माण संधारण एजेंसी के माध्यम से पूर्ण किया जाए। इसी कड़ी में निरीक्षण किए गए जो भवन मरम्मत योग्य हों उनका उपलब्ध विभागीय मद या अन्य स्थानीय राशि से तत्काल मरम्मत कराए जाए। जो जर्जर और अति जर्जर भवन मरम्मत योग्य न हो उन्हें तत्काल नियमानुसार ध्वस्त करने का कार्य पूर्ण करें ताकि उसके उपयोग से विद्यार्थी एवं शिक्षकों को किसी प्रकार की जनहानि न हो सके।
अब देखना यह है की क्या प्रशासन कुम्भकर्णीय नींद से जागकर ग्राम ‘पचरीदल्हा’ के इस जर्जर स्कूल(मौत का घर) को व्यवस्थित पाठशाला बनाते है या मासूम बच्चों को मौत के मुँह में जाने देने के लिए फिर से कुम्भकर्णीय नीद में चले जाते है. वहीं ग्रामीणों ने “छत्तीसगढ़-24-न्यूज़” के माध्यम से प्रदेश के मुख्या माननीय श्री भूपेश बघेल जी से निवेदन किया है की वे अब तक कुम्भकर्णीय नींद ने सोए संबंधित अधिकारीयों पर कड़ी कार्रवाई करे एवं ग्राम ‘पचरीदल्हा’ के प्राथमिक शाला भवन का शीघ्र जीर्णोद्धार कर ग्रामीण बच्चों का भविष्य उज्वल करे।
बतादे की इस संबंध में हमने सीईओ अकलतरा से भी संपर्क कर जानकारी लेनी चाही पर वे सामने नहीं आए उनसे इस 9806085050 नंबर पर भी संपर्क किया फिर भी वे बात नहीं किये तब जाकर हमने व्हाट्सेप पे संपर्क किया और उन्हें जर्जर स्कूल की वीडियों भी भेजी पर वे उसमे व्यस्त हु ऐसा पोस्ट किया मगर किसी भी प्रकार से जवाब नहीं दिया इससे साफ लग रहा है CEO इस मामले को लेकर कितना गंभीर है।