Site icon Chhattisgarh 24 News : Daily Hindi News, Chhattisgarh & India News

ग्राम सभा कामेपुर द्वारा मनाया गया वन महोत्सव

ग्राम सभा कामेपुर द्वारा मनाया गया वन महोत्सव

नवागढ़ : जिला मुख्यालय से तैंतीस किलोमीटर दूर पर स्थित ग्राम कामेपुर जहां आज ग्राम सभा द्वारा प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी वन महोत्सव कार्यक्रम रखा गया कार्यक्रम का शुरुवात वन देवी देवताओं का पुजनकर राजकीय गीत के साथ किया गया तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत किया गया व कार्यक्रम के उद्देश्य को बताया गया कि वन उत्सव क्यों मना रहे है जो कि यह कार्यक्रम का शुभारंभ सन् 2016 से किया गया।

जो सबसे पहले ग्राम सभा को वनाधिकार अधिनियम 2006 संशोधन अधिनियम 2007 और संशोधन अधिनियम 2012के तहत सामुदायिक वनाधिकार प्रमाण पत्र चारा गाह व शमशान घाट के रुप मे 2376.57हे. का ग्राम सभा को हक पत्र प्राप्त हुआ था जो आज ग्राम सभा को वनसंसाधन हक पत्र 3304.137 हे. का प्राप्त हुआ है तब से ग्राम सभा कामेपुर द्वारा जंगल हमर अधिकार के तहत रख रखाव,कर रहे है।

यहां ढेंगा पारी का शुरुवात किया गया है जहां लोग जंगल बचाने बारी,बारी से महिला पुरुष जाते है ढेंगा एक लकड़ी है जिसे रखवाली हेतु एक घर का बारी खतम होता है तो दुसरे घर उस ढेंगा को पहुचा दिया जाता है जिसे अपना पाली समझता है, और रखवाली करने जाते है यही नहीं ग्राम सभा द्वारा जंगल मे पशु पक्षीयो के पानी के लिए तालाब निर्माण किया जा रहा है जो पुर्णता निशुल्क है व आगे किस प्रकार से सरंक्षण, संवर्धन, पुनर्जनन कैसे करगे नीति नियम कैसे बनाएगे इस पर चर्चा किया गया।

व अतिथियों द्वारा उत्बोधन दिया गया इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री रामसिंह नेताम जनपद सदस्य गरियाबंद रहे जिन्होंने जंगल को कैसे बचाया जा सकता है ग्राम सभा को क्या फायदा होगा,पहले लोग जंगल पर आश्रित थे आज भी है पर आज लगातार विदोहन से वनोपज कम मिलता है, जिसका जिम्मेदार स्वयं मानव है।

अतिथियों द्वारा जल, जंगल , जमीन बचाने नारा लगाते उत्बोधन दिये, ग्राम सभा को मजबूत करने, व छत्तीसगढ़ सरकार के चार चिन्हारी नरवा,गरवा,घुरवा,बारी के तर्ज पर हमर गांव के तीन चिन्हारी जल,जगल,जमीन हमारी का नारा लगाते हुए कार्यक्रम को सफल बनाये , वनाधिकार समिति अध्यक्ष श्री उदेराम नेताम ने कहा कि हम वनवासी भाईयो के लिए जंगल बचाना अति आवश्यक हो गया है क्योंकि पहले हमारे पुर्वज द्वारा वनोपज संकलन कर जीवन यापन करते थे आज भी 95% लोग वन पर आश्रित है ।

कार्यक्रम मे सिमावर्ती गांव के लोगों को भी आमंत्रित किया गया था जिसमें ग्राम मोहदा नन्हेसिह, गणेश राम, मन्नुलाल, घटौद, चिन्दाभाटा लेखन नेताम, निर्बोध नेताम, टंकेश्वर नेताम, पारागांव, जरण्डीह चरण सिंह, बोड़ापाला श्याम लाल नेताम ने भाग लिए इस कार्यक्रम का संचालन रामेश्वर कपिल द्वारा किया गया इस कार्यक्रम मे मुख्य रूप से आनंद राम यादव,बल्देव नेताम,भादुराम नेताम, अर्जुन सिह नेताम,घुरऊ राम नागेश,मखरम नागेश,लेखराम नागेश, कुमार साय नेताम, सीताराम नेताम, दिनेश यादव,चेतन सिंह नेताम कांशीराम नेताम,रोहनसिह नागेश ,श्री मति कचराबाई नेताम,दुखियाबाई नेताम,अमलाबाईयादव, लक्ष्मी बाई नागेश व ग्रामीण जन उपस्थित थे।

Exit mobile version