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जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति ठाकुर ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस और बसंतपंचमी की दी बधाई

जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति ठाकुर ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस और बसंतपंचमी की दी बधाई

गरियाबंद : जिला पंचायत अध्यक्ष स्मृति नीरज ठाकुर ने प्रदेशवासियों को देश के 74वें गणतंत्र दिवस और बसंत पंचमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। इस अवसर पर उन्होंने भारत की आजादी के लिए त्याग और बलिदान देने वाले अमर सेनानियों को नमन किया है। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में प्रेस वार्तालाप पर छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़ को बताया कि हर साल हम लोग 26 जनवरी को भारत के एक संपूर्ण प्रभुत्व संपन्न लोकतंत्रात्मक गणराज्य के रूप में स्थापित होने का पर्व मनाते हैं।

यह दिन भारतीय लोकतंत्र का महापर्व है, जो अनेकता में एकता लिए भारत देश को एक सूत्र में बांधता है। श्री मती स्मृति नीरज ठाकुर ने आगे यह भी कहा कि हमारे पुरखों ने कड़ी मेहनत और पूरी जिम्मेदारी के साथ संविधान के रूप में सभी नागरिकों की गरिमा और स्वतंत्रता सुनिश्चित करते हुए उनके लिए सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक न्याय व समता की राह तैयार की, जिसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया।

भारतीय संविधान द्वारा रखी गई मजबूत आधारशिला का ही परिणाम है कि देश ने आजादी के 75 साल पूरे कर लिए हैं। यह हमारी महती जिम्मेदारी है कि त्याग और बलिदान से हमें जो लोकतंत्र का उपहार मिला है, वह लगातार मजबूत हो। श्रीमती स्मृति नीरज ठाकुर ने आगे यह भी कहा है कि भारतीय संविधान का मूल तत्व उसकी प्रस्तावना के पहले वाक्य ‘हम भारत के लोग‘ में समाहित है।

संविधान की मूल भावना को बनाए रखने के लिए छत्तीसगढ़, सजग और प्रतिबद्ध है और उसने पुरखों के दिखाए मार्ग पर चलते हुए लोकतांत्रिक मूल्यों को मजूबत करने की दिशा में कदम बढ़ाए है श्रीमती स्मृति नीरज ठाकुर ने प्रदेशवासियों का आह्वान करते हुए कहा है कि नागरिकों के लोकतंत्र में भरोसे और सक्रिय भागीदारी से ही देश-प्रदेश विकास की राह में आगे बढ़ सकता है। सभी एक हों और लोकतांत्रिक मूल्यों की मजबूती की दिशा में अपने कदम बढ़ाएं।

श्रीमती स्मृति नीरज ठाकुर ने अपने बधाई संदेश में कहा है कि बसंत पंचमी के दिन हम विद्या, कला और संगीत की देवी मां सरस्वती की आराधना करते हैं। यह ऋतु परिवर्तन का भी दिन है। इस दिन से ऋतुराज बसंत का आगमन होता है, इस समय प्रकृति अपना सर्वोच्च निखार लिए होती है इसलिए बसंत पंचमी को हरियाली और फसल के त्यौहार के रूप में भी मनाते हैं। श्रीमती स्मृति नीरज ठाकुर ने इस अवसर पर कामना की है कि बसंत पंचमी का पर्व सभी के जीवन में नई उमंग, ऊर्जा और उत्साह लेकर आए।

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