राज्योत्सव : छत्तीसगढ़ी गीत और नृत्य भरी शाम , चंदा रे.. रायगढ़ वाले राजा.. गीत पर जमकर झूमे लोग
"छत्तीसगढ़ 24 न्यूज़" के लिए किरीट ठक्कर की रिपोर्ट
नितिन दुबे के कार्यक्रम ने देर रात तक बांधा शमा
गरियाबंद । जिला मुख्यालय के गांधी मैदान में मंगलवार को आयोजित एक दिवसीय जिला स्तरीय राज्योत्सव कार्यक्रम में एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां देखने को मिली। सुमधुर गीत एवं लय ताल से सुसज्जित नृत्य की प्रस्तुति ने दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। राज्योत्सव का आनन्द लेने पहुंचे लोगो ने पूरे कार्यक्रम का जोश और उत्साह के साथ आनंद लिया । सुरमई शाम से प्रारम्भ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्कूली बच्चों सहित स्थानीय कलाकारों ने छत्तीसगढ़ की प्राचीन सभ्यता, संस्कृति, लोक संगीत की झलक प्रस्तुत की ।
छत्तीसगढ़ी लोक गीत, भक्ति गीत, भजन, लोक नृत्य तथा छत्तीसगढ़ी फिल्मी गीतों की प्रस्तुतियों से दर्शक देर रात तक बंधे रहे। जहां सुप्रसिद्ध गायक शारद अग्रवाल की भक्तिमय सांस्कृतिक प्रस्तुति से दर्शक भाव विभोर हुये वही आयोजन के मुख्य आकर्षण नितिन दुबे एवं उनकी टीम ने श्रोताओं दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ी गायक नितिन दुबे के सुपरहिट गीत कोरबा के काजल, रायगढ़ वाले राजा.. चंदा रे.. गोंदा तोला रे.. आदि गीत सुनकर दर्शकगण रोमांचित हो उठे।
कार्यक्रम के दौरान नितिन दुबे ने अपने नयी रचना `छत्तीसगढ़ मोर छइयां भुइंया.. की प्रथम प्रस्तुति दी। दर्शक दीर्घा में बैठे कलेक्टर दीपक अग्रवाल, एसपी निखिल राखेजा, जिला पंचायत सीईओरीता यादव एवं अन्य लोगों ने भी कलाकारों का उत्साह वर्धन किया। कार्यक्रम की प्रस्तुति पश्चात स्मृति चिन्ह देकर कलाकारों को सम्मानित किया गया।