Site icon Chhattisgarh 24 News : Daily Hindi News, Chhattisgarh & India News

50 ठिकानों में अब आयकर विभाग की बड़ी टीम की छापेमारी जारी

रायपुर : आयकर विभाग की बड़ी टीम ने आज सुबह राजधानी रायपुर, बिलासपुर और रायगढ़ में छापे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस टीम में 60-65 से अधिक आयकर अफसर शामिल हैं। टीम ने एन आर इस्पात रायगढ़ के डायरेक्टर संजय अग्रवाल के रायगढ़, ला विस्टा रायपुर में रहने वाले रामगोपाल अग्रवाल के घरों और दफ्तरों को घेरा है। इनके अलावा बिलासपुर के रियल स्टेट कारोबारी बजरंग-महावीर अग्रवाल, रायगढ़ गजानंद नगर के ही कोयला कारोबारी राकेश शर्मा के यहां भी कार्रवाई चल रही है। ये छापे पिछले पखवाड़े मारे गए छापों मेें मिले इनपुट के मुताबिक डाले गए हैं। आयकर और ईडी ने सूर्यकांत तिवारी, सुनील अग्रवाल और ट्रांसपोर्टर लक्ष्मीकांत तिवारी के यहां दबिश दी थी।

जय अम्बे ट्रांसपोर्टर के मालिक जोगेन्दर के भाई रिंटू सिंह रायपुर स्थित, आनंदम सिटी स्थित घर पर भी जांच शुरू की गई है। पहले ये लोग गोल्डन स्काई में रहते थे। लेकिन हाल में वे आनंदम वल्र्ड कचना में शिफ्ट हो गए। आयकर अफसर जब वहां पहुंचे, तो मकान में ताला लगा था। परिजनों को बुलाकर जांच शुरू की गई। जय अंबे में सूर्यकांत तिवारी की भी हिस्सेदारी है। उधर बिलासपुर ईदगाहभाटा निवासी बजरंग, महावीर अग्रवाल के यहां भी जांच चल रही है। इनका रियल स्टेट, तेंदूपत्ता, और राईस मिलिंग का कारोबार है।

सभी टीमें जांच-पड़ताल में जुट गई है। इन कारोबारियों के साथ उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट के यहां भी जांच और पूछताछ हो रही है। बीते तीन से पांच वर्षों के आईटी रिटर्न, कच्चे और उत्पादित माल का वेरिफिकेशन, खरीदी -बिक्री , वेतन -भत्तों और ज्वेलरी, शेयरों में इन्वेस्टमेंट, लॉकर्स आदि को भी खंगाला जा रहा है। यह कार्रवाई 4 दिन जारी रहने के संकेत हैं। और इस जांच में किसी अन्य फर्मों का लिंक मिलने पर जांच के लिए अफसरों की कुछ और टीमें स्टैंड बाय में रखा गया है। इन पंक्तियों के लिखे जाने तक इन ठिकानों से किसी भी तरह की सीजिंग की जानकारी नहीं मिली है।

बता दे की सभी अफसर राजधानी के बाहर ठहराए गए थे। आयकर अधिकारी दिल्ली डायरेक्टोरेट के अलावा इंदौर भोपाल, जबलपुर से कल शाम ही नियमित विमान से रायपुर पहुंच गए थे। इनके लिए एयरपोर्ट पर दो दर्जन कार की व्यवस्था की गई। संजय अग्रवाल और भाइयों ने बीते 20 वर्षों में अपने बिजनेस का तेजी से विस्तार किया है। 02 तक इनका राइस मिलिंग का पैतृक व्यवसाय बसना में था। इनके पिता की 2-3 मिलें हैं। उसके बाद भाइयों ने मिलकर रायगढ़ में स्पंज आयरन की पहली यूनिट डाली।और उसके बाद पलटकर नहीं देखा।इन बीस वर्षों में एन आर ग्रुप ने बड़ा ग्रोथ किया।

Exit mobile version