राजनादगांव : जिलेभर में मुस्लिम समुदाय का त्याग और समर्पण का पर्व ईदुल अजहा हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मोती मस्जिद समेत शहर की सभी मस्जिदों में अलग-अलग समय पर ईद की विशेष नमाज अदा की गई। नमाज के दौरान देश मे अमन- शांति और भाईचारा बना रहे इसकी दुआएं मांगी गई। कमेटी मेंबर सैय्यद अफजल अली ने कहा कि 29 तारीख जुमेरात गुरुवार को ईद उल अजहा का त्योहार अदब ओ एहतराम से मनाया गया।
बारिश के आसार होने की वजह से ईदुल अजहा की नमाज मस्जिदों में नमाज अदा की गई। नमाज के बाद कुर्बानी की रस्म अदा की गई और एक-दूसरे के गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी गई। मुस्लिम समुदाय की सड़कों पर पूरे दिन खासी चहल-पहल रही। इसी तरह ईद की नमाज मोती मस्जिद तुलसीपुर में सुबह 8.30 बजे मुक्कमल हुई। मोती मस्जिद इन्तेजामिया कमेटी के सदर सैय्यद अली अहमद (गुड्डू) ने पुलिस प्रशासन का आभार जता कर शुक्रिया अदा किया।
ईदुल अजहा की विशेष नमाज अदा कर मुस्लिम समुदाय ने देश मे अमन-चैन तथा आपसी भाईचारे के लिए दुआएँ मांगी। उक्त मौके पर सभी प्रशासनिक पदाधिकारी मौजूद रहे। कमेटी मेम्बरान ने पुलिस कर्मियों से गले मिलकर मुबारकबाद दी व प्रशासन का आभार जताया। नमाजियों को मोती मस्जिद के ईमाम जनाब अहमद रजा मिस्बाही ने नमाज अदा कराई। उन्होंने मुल्क और कौम की सलामती की दुआ की। इस दौरान सैय्यद अफजल अली ने कहा कि ईद उल अजहा हमें खुदा की राह में कुर्बानी का पैगाम देती है।
मैदानें अराफात में हजरत इब्राहीम अलैहिस्सलाम ने आज ही के दिन अपने बेटे हजरत इस्माईल अलैहिस्सलाम को खुदा की राह में कुर्बान करने की तैयारी की थी। वह उनका इम्तिहान था। इसीलिए ईदुल अजहा पर कुर्बानी करने का हुक्म है। उम्मत-ए-मुस्लिमा आज का मुकद्दस दिन ईसार, कुर्बानी, और अल्लाह की इताअत का पैगाम है। अल्लाह पाक सब की कुर्बानियां और ह¸ज को कबूल फरमाए। हमें अपनी इताअत की तोफीक बख़्शे और खुशहाल जिंदगी अता फरमाए। मुस्लिम बच्चे धर्मगुरु और समाज के प्रबुद्ध लोगों ने शांतिपूर्ण और सौहार्द के साथ मनाई ईद-उल अजहा।