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24 घंटो में होगी बारिश, छत्तीसगढ़ समेत इस राज्य में मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

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रायपुर : छत्तीसगढ़ राज्य में मानसून की एंट्री हो चुकी है। पिछले कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में झमाझम भारी बारिश हो रही थी। जिसके लिए मौसम विभाग ने चेतावनी भी जारी की थी। मानसून की पहली बारिश ने किसानों को खुशहाल कर दिया। अब छत्तीसगढ़ के किसान आराम से धान के फसल की बुआई करेंगे। छत्तीसगढ़ कृषि आधारित राज्य है। यहां कि जनता ज्यादातर कृषि पर निर्भर रहती है।



मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले 24 घंटे छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में भारी वर्षा होने की संभावना है। जिसे लेकर विभाग द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। जून महीने में हुई 650 मिमी से ज्यादा बारिश ने अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए है। आने वाले कुछ दिनों तक मौसम के ऐसे ही बने रहने की आशंका है।



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बारिश की वजह से छत्तीसगढ़ की ज्यादातर नदियों का जलस्तर बढ़ा है। बलरामपुर की कनहर नदी का जलस्तर बारिश से बढ़ गया है, जिससे लोगों ने राहत की सांस ली है। भीषण गर्मी की वजह से नदी सूख गई थी। डोंडीलोहारा 22 सेमी, बालोद 19 सेमी, मोहला 17 सेमी, डोंगरगांव 16 सेमी, छुरिया-गुरुर 14 सेमी, डोंगरगढ़-कुरुद 12 सेमी, महासमुंद-पाटन 11 सेमी, गुंडरदेही 10 सेमी, मानपुर-रामानुजनगर 8 सेमी, रायपुर-बागबहरा 6 सेमी वर्षा हुई। जिसके साथ ही छत्तीसगढ़ के सभी इलाकों में हल्की बारिश हुई।



वहीं मध्यप्रदेश राज्य में गरज-चमक के साथ बारिश का दौर जारी है। मौसम वैज्ञानिकों (weather scientists) का कहना है कि अलग-अलग स्थानों में सक्रिय चार मौसम प्रणालियों के कारण मध्यप्रदेश का मौसम का मिजाज बदला हुआ है। अरब सागर से आ रही नमी के चलते भी मध्यप्रदेश में बारिश हो रही है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक बंगाल की खाड़ी के अलावा अरब सागर से भी नमी मिलने के कारण वर्षा का दौर अभी दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। इन मौसम प्रणालियों के असर से पूरे मध्यप्रदेश में मानसून सक्रिय बना हुआ है।



मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि उत्तर-पूर्वी मप्र पर बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर आगे बढ़ रहा है। इसके असर से भोपाल, नर्मदापुरम, जबलपुर, सागर संभाग के जिलों में भारी वर्षा हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक वर्तमान में उत्तर-पूर्वी मध्यप्रदेश पर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। उत्तर-पश्चिम राजस्थान से बंगाल की खाड़ी तक एक ट्रफ लाइन गुजर रही है, जो उत्तर-पूर्व मप्र पर बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर जा रही है।



इस दौरान सिवनी, छिंदवाड़ा, देवास, आलीराजपुर एवं सीहोर जिले में अति वृष्टि हो सकती है। उधर दमोह में 79, सतना में 51, पचमढ़ी में 33, रीवा में 23, उमरिया में 18, छिंदवाड़ा में 17,शिवपुरी में 16, उज्जैन में 14, खजुराहो में 9.4, जबलपुर में 8.8, रायसेन में आठ, धार में आठ, मंडला में आठ, मलाजखंड में तीन, सीधी में तीन, गुना में तीन, सागर में दो, नर्मदापुरम में दो, बैतूल में दो, सिवनी में एक एवं भोपाल में एक मिलीमीटर वर्षा हुई।

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