बालोद : जिले में धान खरीदी महाभियान के तहत धान खरीदी केन्द्रों में की गई बेहतर व्यवस्थाओं से धान विक्रय हेतु आने वाले किसान काफी उत्साहित है। धान खरीदी केन्द्रों में इस वर्ष की गई विभिन्न तकनीकों जैसे बायोमैट्रिक, टोकन ऐप और सीसीटीवी के उपयोग से धान खरीदी कार्य में काफी आसानी हुई है। सहकारी समिति के श्री मधुसूदन देशमुख ने बताया कि समिति में बायोमैट्रिक के माध्यम से धान विक्रय हेतु पंजीकृत किसानो का आधार सत्यापन साथ ही उनके वास्तविक रकबे की जानकारी पता चल जाती है जिससे संबंधित किसान से वास्तविक रकबे में उत्पादित धान की खरीदी की जाती है।⬇️शेष⬇️
यह भी पढ़े ➡️ बालोद : बंधक बनाकर युवती से सामूहिक दुष्कर्म, मामला दर्ज
वही बायोमेट्रिक की सुविधा होने से वास्तविक किसान ही धान का विक्रय कर पाता है जिससे धान खरीदी कार्य में निष्पक्षता आई है। इसीप्रकार किसानों के हित में उनके समय और सुविधा को ध्यान में रखते हुए मोबाइल ऐप के माध्यम से टोकन प्राप्त करने की सुविधा प्रदान की गई है जिससे किसान अब अपने घर में बैठकर ही अपने धान विक्रय हेतु तिथि निर्धारित कर अपना टोकन अपने मोबाइल में प्राप्त कर पा रहे हैं। इससे उन्हे अब टोकन हेतु धान खरीदी केन्द्र का चक्कर नही लगाना पड़ रहा है। वह अपने निर्धारित तिथि में धान खरीदी केन्द्र पहुंचकर धान विक्रय कर पा रहा है। धान खरीदी केन्द्रों में सुरक्षा औैर गतिविधियों के सुचारू रूप से संचालन हेतु सीसीटीवी भी विभिन्न स्थानों में लगाए गए है। जिससे धान खरीदी केन्द्र में धान खरीदी कार्य एवं अन्य व्यवस्थाओं की बेहतर माॅनिटरिंग की जा रही है। धान खरीदी केन्द्र में किसानों की सुविधा के लिए बैठक, पेयजल और शौचालय की भी बेहतर व्यवस्था की गई है।⬇️शेष⬇️
धान विक्रय हेतु खरीदी केन्द्र पहुँची ग्राम देवारभाट के किसान श्रीमती चित्ररेखा भुआर्य ने प्रसन्नतापूर्वक बताया कि उसने 10 बजे अपना धान विक्रय हेतु लाया था, जो कि दोपहर 12 बजे तक तौल हो चुका है उसने बताया कि खरीदी केन्द्र में इस बार की गई व्यवस्थाओं से उसका धान समय पर विक्रय हो चुका है, इससे वह बहुत खुश है। उसने धान खरीदी केन्द्र में की गई व्यवस्थाओं से संतुष्टि जाहिर करते हुए शासन-प्रशासन के प्रति आभार जताया है। श्रीमती भुआर्य ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री जी के सुशासन में उन्हे धान विक्रय करने में काफी सहुलियत मिली है। इस वर्ष उन्हे धान विक्रय करने में किसी प्रकार की समस्या नही हुई है।