गरियाबंद । मैनपुर विकासखंड मुख्यालय में सेवानिवृत स्वास्थ्य कर्मचारी गेवरलाल कुर्रे द्वारा शासकीय नर्स क्वाटर को तोड़कर पक्का निर्माण किया जा रहा था, जिसकी शिकायत मैनपुर के उपसरपंच अनीस सोलंकी द्वारा की गई थी । शासकीय भूमि पर बने नर्स क्वाटर पर रिटायर्ड शासकीय कर्मचारी द्वारा बनाये जा रहे अवैध निर्माण पर रोक लगाने तहसील कार्यालय के साथ – साथ कलेक्टर के समक्ष भी शिकायती आवेदन सौंपा गया था।
तहसील कार्यालय में शिकायत के बाद उक्त स्थल पर हो रहे निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई थी, एक साल तक मामला ठंडे बस्ते में रहने के बाद सोमवार 11 नवंबर 24 को न्यायलय तहसीलदार द्वारा उक्त भूमि से कब्जा हटाने का निर्देश जारी किया गया है।
जैतखम्भ की आड़ में पहले ही कर चुका है कब्जा, पट्टा होने का भी दावा
गेवरचंद कुर्रे द्वारा नौकरी के दौरान नर्स क्वाटर के पीछे खाली पड़ी शासकीय भूमि पर जैतखम्भ बनाकर पक्के मकान का निर्माण किया गया है, जिसमें आज भी उनका परिवार निवास कर रहा है, परिवार के द्वारा दावा किया जा रहा है कि उक्त भूमि का जोगी पट्टा स्वास्थ्य कर्मचारी गेवरचंद कुर्रे कि धर्मपत्नी के नाम बन गया है, शासकीय कर्मी की पत्नी के नाम पट्टा जारी होना, जांच का विषय है।
जनदर्शन में शिकायत, पेंशन रोकने की मांग
बहुत पहले ही ग्राम पंचायत मैनपुर के उपसरपंच अनिस सोलंकी द्वारा कलेक्ट जनदर्शन में शिकायती आवेदन सौपकर कार्यवाही की मांग की गई थी। तत्कालीन कलेक्टर प्रभात मलिक द्वारा अनुविभागीय अधिकारी मैनपुर को अवैध कब्जे को खाली कराने के साथ गरियाबंद जिला स्वास्थ्य अधिकारी के.सी. उरांव को रिटायर स्वास्थ्य कर्मचारी गेवरचंद कुर्रे की पेंशन रोकने का निर्देश दिया गया था। किन्तु कलेक्टर के आदेश पर कार्यवाही नही की गई।