(संतोष देवांगन) पाटन : राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के द्वारा निर्देशित बुनियादी साक्षरता व संख्यात्मकता एक अभियान के रूप में चलाया जा रहा हैं। दुर्ग-जिले भर में सभी प्राथमिक शालाओं के शिक्षकों का प्रशिक्षण किया गया हैं। जिसके आधार पर कक्षा-कक्ष की शिक्षण प्रक्रिया संचालित की जा रही हैं। वहीं इस संदर्भ में सितम्बर महीने के समीक्षा बैठक में पाटन विकासखंड के 5 जोन बालक पाटन,जामगांव आर,जनता भिलाई,सांकरा और बालक सेलूद में 57 संकुल के 209 शिक्षक और 31 संकुल अकादमिक समन्वयक शामिल रहें।
समीक्षा बैठक के दौरान, प्राथमिक शाला पतोरा में कविता देवांगन के द्वारा भाषा विषय की एक दिवस कार्य योजना का आदर्श प्रदर्शन किया गया। वहीं इस बैठक में एस आर जी सुशील सूर्यवंशी,अंकेश्वर महिपाल , मुकेश साहू डी आर जी रुपेश साहू , टिकेश्वर साहू, खिलेश वर्मा ,युगेश साहू , पीतेंद्र देवांगन , महेंद्र बहादुर , मिताली चौधरी , रेणुका वर्मा लैंग्वेज & लर्निंग फाउंडेशन से कुलेश्वर साहू के द्वारा कक्षा – कक्ष के प्रिंट रिच वातावरण, मुस्कान पुस्तकालय, वर्ण/अक्षर की पक्की पहचान, उच्च स्तरीय चिंतन कौशल विकास , अंको/संख्याओं की ELPS रणनीति के उपयोग से पक्की पहचान,स्थानीय मान पर विस्तार से चर्चा किया गया।
वहीं भाषा में 26 व गणित में 25 सप्ताह की कार्ययोजना के अंतर्गत अभ्यास पुस्तिका, शिक्षक संदर्शिका और पाठ्य पुस्तिका का एलाइनमेंट, साप्ताहिक आंकलन पश्चात उपचारात्मक शिक्षण , विगत दो माह की चुनौती पर शिक्षकों व संकुल अकादमिक समन्वयकों के द्वारा कक्षा- कक्ष के अनुभव साझा किये गए।
उक्त समीक्षा बैठक में विकासखंड स्त्रोत समन्वयक श्री खिलावन चोपड़िया के द्वारा FLN मिशन के महत्त्व को ध्यान में रखते हुए शाला व कक्षा अवलोकन में प्राप्त अपने स्वयं के अनुभव साझा किये और शिक्षकों को मार्गदर्शित किये कि कैसे हम व्यवस्थित शिक्षण शास्त्र का उपयोग करते हुए बच्चों के अधिगम स्तर में सुधार कर सकते हैं। जोंन के समीक्षा बैठक में संकुल अकादमिक समन्वयक व LLF जिला कार्यक्रम प्रबंधक रामरतन मीणा के द्वारा भाषा व गणित शिक्षण के अनुभव , चुनौती और समाधान पर विस्तार से चर्चा किये। बैठक में ब्लॉक अकादमिक समन्वयक हितेश सांग व कक्षा 1 से 3 तक अध्यापन करने वाले शिक्षक साथी उपस्थित रहें।