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रानीतराई कॉलेज में “छात्र-छात्राओं के बीच” ई.वी.एम.मशीन” का प्रदर्शन 

रानीतराई :- स्व दाऊ रामचंद्र साहू शासकीय महाविद्यालय मे कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी,दुर्ग के निर्देशानुसार मतदाता जागरूकता पखवाड़ा कार्यक्रम के अंतर्गत नोडल अधिकारी श्रीमती अराधना देवागंन ने मतदान की महत्ता पर प्रकाश डाला ।
कार्यक्रम के प्रारंभ मे प्राचार्य डाॅ.आलोक शुक्ला ने कहा कि लोकतंत्र को सशक्त करने के लिए मतदान प्रक्रिया मे भाग लेकर मतदान करना नितांत आवश्यक है!डाॅ. शुक्ला ने छात्र-छात्राओं से आव्हान किया कि वे नव भारत के युवा मतदाता हैं,देश को उनसे बड़ी अपेक्षाएं हैं। छात्र-छात्राएं ग्रामीण अंचलों मे युवा मतदाताओं को भी मतदान प्रक्रिया मे सक्रिय भाग लेने के लिए प्रेरित करें!इस अवसर पर मतदाता जागरूकता पखवाड़ा कार्यक्रम के समन्वयक श्री चंदन गोस्वामी ने मतदान मे युवाओं की भागीदारी पर विस्तृत जानकारी दी!वाणिज्य संकाय की विभागाध्यक्ष कु. रेशमी महेश्वर ने छात्र-छात्राओं को मतदान प्रक्रिया की महत्ता पर प्रकाश डाला!इस अवसर पर विज्ञान संकाय की विभागाध्यक्ष कु. भारती गायकवाड़ ने अपने विचार व्यक्त किया।
जिला निर्वाचन कार्यालय, दुर्ग से ई. वी.एम.मशीन के मुख्य प्रशिक्षक श्री जैनेंद्र गंजीर एवं सहायक प्रशिक्षक श्री नीतिश वर्मा ने छात्र-छात्राओं के बीच ई. वी. एम. मशीन का प्रदर्शन करते हुये बताया कि ई. वी.एम. मशीन तीन संयंत्रों के योग से बना है जिसमे बैलेट यूनिट,वी.वी.पैट यूनिट और एक कंट्रोल यूनिट है!बैलेट यूनिट मे 01 से 15 तक राजनैतिक दलों के नाम और चिन्ह प्रदर्शित होते हैं और 16 वें नंबर मे नोटा(NOTA)का विकल्प होता है जिसका अर्थ होता है-इनमे से कोई नही( Non of the above).इस प्रदेश मे इसका प्रथम बार प्रयोग वर्ष 2018 मे छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव मे किया गया था!नोटा(NOTA)का प्रयोग मतदाता तभी कर सकता है जब उसे कोई उम्मीदवार पसंद न हो !मुख्य प्रशिक्षक श्री जैनेंद्र गंजीर ने मशीन का प्रदर्शन करते हुये बताया कि यह तीनों मशीन एक साथ बैट्री द्वारा स्वचालित यंत्र है जो 05 मीटर केबल से जुड़ी रहती है!बैलेट यूनिट मे मतदाता जो बटन दबाते हैं वह कुछ ही समय पश्चात VVPAT मशीन मे मतदान देख सकता है तथा वह कुछ देर मे मिट जाता है!कंट्रोल यूनिट मशीन का कार्य है कि एक बार वीप बजते ही आपका मत बैलेटिंग यूनिट से VVPAT मशीन मे अंकित हो जाता है!सहायक प्रशिक्षक श्री नीतिश वर्मा ने बताया कि ई. वी.एम. मशीन का भारत मे पहली बार वर्ष 1982 मे केरल प्रांत मे किया गया था!इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने ई.वी.एम.मशीन से संबंधित जिज्ञासाओं का प्रश्न पूछ कर दूर किया तथा ई. वी.एम.मशीन को चलाकर देखा।

इस कार्यक्रम मे श्रीमती एस.सिद्दीकी, श्रीमती अंबिका ठाकुर बर्मन तथा अतिथि व्याख्याताओं मे श्री टिकेश्वर पाटिल, कु. मनीषा बंछोर, श्रीमती ममिता साहू,कु. शिखा मढ़रिया एवं कु. सीमा वर्मा उपस्थित थे।

 

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