*शिक्षित बने,संविधान पढ़ें और महापुरुषों के सपनों के राष्ट्र निर्माण में योगदान दे*
*संविधान , कमजोर वर्गों के लोगों को आगे बढ़ने में मजबूत आधार सिद्ध हुआ*
*बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने संविधान से देश के व्यक्तियों की गरिमा और राष्ट्र की एकता मजबूत किए हैं*
तहसील सतनामी समाज पाटन के मार्गदर्शन में सुपर 50 प्लस ग्रुप द्वारा पाटन तहसील के पश्चिमी किनारे के अंतिम छोर के गांव सिपकोन्हा जो कि तांदुला नदी के तट पर बसा है बुधवार 6अप्रैल को *शिक्षा एवं संविधान जागरूकता पखवाड़ा* का आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित तहसील सतनामी समाज पाटन के अध्यक्ष सोहन बघेल, उपाध्यक्ष शिव प्रसाद देशलहरे, कोषाध्यक्ष शिवनंदन बंजारे, सचिव कौशल रात्रे,सहसचिव कामेश बंजारे,शिक्षादूत राजेन्द्र मारकण्डे, समाजिक कार्यकर्ता मूशन धृतलहरे एवं संतराम बंजारे ने उपस्थित बच्चों एवं युवाओं से आह्वान किया कि संविधान प्रदत्त शिक्षा के अधिकार का सदुपयोग करके शिक्षित बने एवं बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी द्वारा रचित विश्व के सर्वश्रेष्ठ संविधान को पढ़कर वकील,जज, अधिकारी, कर्मचारी, जनप्रतिनिधि,समाज सेवक एवं आदर्श नागरिक बनकर महापुरुषों के सपनों के राष्ट्र निर्माण में योगदान देवें।
इस अवसर पर भारत के संविधान में अनुसूचित जाति एवं जनजाति हेतु निहित विशेष प्रावधानों की जानकारी उपस्थित लोगों में साझा करते हुए संविधान से कमजोर वर्गों के लोगों के विकास में मजबूत आधार सिद्ध होना निरूपित किया गया।
उपस्थित वक्ताओं ने कहा कि विश्व ज्ञान के प्रतीक बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर ने अपने जीवन में कई कष्टों एवं भेदभाव को सहा पर संविधान में सभी भारतवासियों के बीच बंधुत्व की भावना बढ़ाने वाली प्रावधान कर भारत रत्न होने का गौरव बढ़ाया है।
कार्यक्रम का शुभारंभ सचिव कौशल रात्रे द्वारा संविधान के प्रस्तावना का वाचन के साथ किया गया तथा संचालन शिक्षादूत राजेन्द्र मारकण्डे ने किया। इस अवसर पर उपस्थित सभी बच्चों को कलम की महत्ता का बोध कराते हुए पेन भेंटकर शिक्षा ग्रहण कर अपने भविष्य उज्जवल बनाने आशीर्वाद दिया गया।
इस अवसर पर सिपकोन्हा गांव के बड़ी संख्या में बुजुर्ग, युवा एवं बच्चे उपस्थित रहे।
