जिले के शिक्षा विभाग के केवल डीईओ बदलते रहे हैं , हालात नही ,,
किरीट भाई ठक्कर ,गरियाबंद। विकासखंड मुख्यालय मैनपुर से लगभग 32 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ वनांचल ग्राम चिपरी पुरानी बस्ती में संचालित एनआरएसटीसी( गैर आवासीय विशेष प्रशिक्षण केंद्र) पिछले एक वर्ष से से बंद पड़ा है , जिसकी वजह से यहां के 23 बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह बाधित हो गई है। बच्चों को प्रारंभिक एवं अनिवार्य शिक्षा के लिये, केंद्र एवं राज्य सरकार के कृत संकल्पित होने के दावे है, साथ ही शिक्षा का अधिकार कानून 2009 भी लागु है। किन्तु इस क्षेत्र के बच्चे प्रारम्भिक व अनिवार्य समझी जाने वाली शिक्षा से वंचित हैं। बच्चों का भविष्य अंधकारमय होने लगा है।

विदित हो कि चिपरी पुरानी बस्ती से प्राथमिक शाला केंद्र “छिंदभटठी व खरथाबेडा, गांव की दूरी 4 से 5 किलोमीटर है। जंगलों तथा नदी नालों से घिरे इस वनांचल में पर्याप्त सड़क मार्ग भी नहीं है , पगडंडियों के सहारे आवागमन होता है, ऐसे में वर्ष 2014 में यहां बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा के लिये एनआरएसटीसी (Non residential special training centre ) शिक्षा विभाग द्वारा प्रारम्भ किया गया था। अनुदेशक शिक्षक बिसरू राम मरकाम के माध्यम से बच्चों को शिक्षा मिल रही थी।
ग्रामीणों के मन में कुछ संतोष व्याप्त था, किन्तु 7 वर्ष बाद विशेष प्रशिक्षण केंद्र 2022 में बंद कर दिया गया। पिछले एक वर्ष से यहां के ग्रामीण बच्चे ,शिक्षा व मध्यान्ह भोजन दोनों से वंचित है।
बताया जा रहा है कि आंगनबाड़ी केंद्र से प्रारंभिक शिक्षा ले चुके बच्चे अब प्राथमिक शिक्षा के लिये भटक रहे हैं। ग्राम चिपरी के मुखिया शिकारी राम मरकाम, ग्राम पटेल विश्राम मरकाम, जगदेव राम,फगनू राम,सुद्धू राम,राम सिंह, जगत राम,दशरथ राम, सोनार राम,रमेश कुमार, सुशीलाबाई,सुकबाई,कलेन्दरी बाई, सोनई बाई,फूलमती बाई का कहना है कि शिक्षण केंद्र बंद हो जाने के कारण हमारे बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। हमने जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को इस बाबत अवगत कराया है , और इस प्रशिक्षण केंद्र को पुनः प्रारम्भ करने की मांग की है।
ग्रामीणों के सहयोग से बनाया गया था भवन
ग्राम चिपरी में वर्ष 2014 से इस विशेष प्रशिक्षण केंद्र का संचालन “संकुल केंद्र गौरगांव ,विकास खंड मैनपुर के माध्यम से संचालित था। किन्तु शिक्षा विभाग द्वारा इसके लिये भवन नही बनवाया गया था, सन 2019 में पूरे ग्राम वासियों के द्वारा श्रमदान कर, लगभग 3 लाख रुपयों की लागत से भवन बनाया गया ,जहां अब ताला लटक रहा है।
क्या कहतें है संबंधित –
चिपरी गांव का एनआरएसटीसी बंद है जिसकी वस्तुस्थिति की जानकारी संकुल समन्वयक से लेकर मध्यान्ह भोजन एवं बच्चों की पढ़ाई बाधित ना हो ऐसा व्यवस्था बनाई जावेगी।
– महेश पटेल बीईओ मैनपुर
ईस संबंध में बीईओ मैनपुर ही ज्यादा बता पाएंगे इचरादी गाँव जैसा मामला यहां का भी है वस्तुस्थिति जांच के पश्चात बच्चों के भविष्य को देखते हुए व्यवस्था बनाई जावेगी।
– एस आर नागे , बीआरसीसी मैनपुर
स्कूल शिक्षा विभाग तत्काल इस मामले को संज्ञान में लेकर उचित व्यवस्था बनायी जानी चाहिये ,अन्यथा हमें आंदोलन का रास्ता अपनाना होगा।
– पूरण मेश्राम ,समाज सेवी