“छत्तीसगढ़-24-न्यूज़” वेबडेस्क, नवरात्र में मां अंबे की अराधना पूरे धनबाद में की जा रही है। शहर में एक ऐसी जगह है जहां नारी शक्ति के हाथों में ही दुर्गापूजा के आयोजन की कमान है। पूजा से लेकर विसर्जन तक का काम महिलाएं ही संभालती है। पुटकी के श्रीनगर कॉलोनी में पिछले 28 वर्षों से महिलाएं ही दुर्गापूजा का आयोजन कर रहीं हैं।
बतादे की धनबाद में 100 से अधिक जगहों पर दुर्गापूजा का पंडाल बनाया गया है। शहर से दस किलोमीटर दूर पुटकी के श्रीनगर कॉलोनी में भी दुर्गापूजा का आयोजन किया गया है। यहां पूजा कमेटी की सभी सदस्य महिलाएं ही है। पूजा से पहले चंदा काटने से लेकर मूर्ति निर्माण भी महिलाएं अपनी देखरेख में करातीं हैं। दुर्गापूजा कमेटी की सचिव गीता पांडेय ने बताया कि 28 साल पहले भारती बनर्जी ने इस पूजा की शुरुआत की थी। इसी परंपरा को हमलोग आगे बढ़ा रहे हैं।
वही उनका कहना है की हर दिन यहां मां को पूड़ी-सब्जी और हलुवा का भोग चढ़ाया जाता है। बांकुड़ा से आने वाले पंडित पार्थो द्वारा यहां पूजा कराई जाती है। सास ने शुरू की पूजा सचिव गीता पांडेय ने बताया कि 1993 में इस पूजा की शुरुआत की गई थी। उस समय कमेटी में शामिल महिलाओं की बहुएं अब इससे जुड़कर इस परंपरा को निभा रहीं हैं। कमेटी में शामिल सभी महिलाएं एक महीने तक इसमें सक्रिय भूमिका निभातीं हैं।
