गांधी-पटेल-अंबेडकर जयंती की तरह हर वर्ष जनजातीय गौरव दिवस मनाने का लें संकल्प, स्वतंत्रता संग्राम में योगदान के लिये जनजातीय समाज का आभार
“छत्तीसगढ़-24-न्यूज़”
भोपाल- प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि जनजातीय वर्ग देश की पूँजी है। ये देश की ताकत हैं। सेवा भावना और कर्मठता उनका स्वभाव है। और आज भारत सही मायने में अपना प्रथम जनजातीय गौरव दिवस मना रहा है। आजादी के बाद देश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर जनजातीय कला, संस्कृति, स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को गौरव एवं सम्मान प्रदान करने के लिये मध्यप्रदेश सरकार द्वारा यह आयोजन किया जा रहा है। इसी सेवा भाव का उदाहरण शिवराज जी ने आज राशन आपके ग्राम योजना, सिकल सेल एनीमिया मिशन प्रांरभ करने के माध्यम से प्रस्तुत किया है। जनजातीय वर्ग को कोरोना काल में भी प्रधामनंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना से लाभान्वित किया गया। अब मध्यप्रदेश में नई योजना की शुरू होने से सस्ता राशन अपने ही ग्राम और घर में मिल जाने से समय और ऊर्जा की बचत होगी। इसके लिये मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान बधाई के पात्र हैं।
भारत सरकार ने भी फैसला किया है कि 15 नवम्बर को पूरे देश में हर वर्ष गांधी-पटेल-अंबेडकर जयंती की तरह ही वृहद पैमाने पर जनजातीय गौरव दिवस मनाया जायेगा तथा जनजातीय समाज के योगदान को जन-जन तक पहुँचाया जाएगा। आज शिवराज सरकार जनजातीय वर्ग के कल्याण के लिये कई योजनाओं की शुरूआत कर रही है। यह अत्यंत हर्ष काविषय है।
“राशन आपके ग्राम” योजना में राशन वाहनों की सौंपी चाबी
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी आज जंबूरी मैदान में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस में शामिल हुए। उन्होंने इस अवसर पर जनजातीय कल्याण की विभिन्न योजनाओं की शुरूआत की। उन्होंने “राशन आपके ग्राम” योजना का शुभारंभ करते हुए डिंडोरी के श्री अनिल तथा मंडला के श्री लक्ष्मीनारायण को राशन वाहनों की चाबी सौंपी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सिकल सेल रोग उन्मूलन मिशन का शुभारंभ करते हुए झाबुआ की सुश्री हशीला, अलीराजपुर की सुश्री सीना डुडवे तथा झाबुआ के श्री मनीष सिंह सिकरवार को जेनेटिक काउंसलिंग कार्ड प्रदान किये।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने जनजाति कला प्रदर्शनी का अवलोकन किया
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने अपने भोपाल प्रवास के दौरान सर्वप्रथम कार्यक्रम स्थल जंबूरी मैदान पहुँचकर जनजातीय गौरव प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने चित्रों के माध्यम से प्रदर्शित जनजातीय नायकों की गौरव गाथा और कलाकृतियों का अवलोकन किया। प्रधानमंत्री ने प्रदर्शनी के दूसरे हिस्से में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं और वन धन केन्द्रों के उत्पादों का भी अवलोकन किया और जनजातीय उद्यमिता को सराहा। प्रधानमंत्री ने इसी दौरान वयोवृद्ध जन-प्रतिनिधि पूर्व मंत्री 103 वर्षीय श्री लक्ष्मी नारायण गुप्ता से भेंट कर उन्हें सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भेंट किया शहीदों की मिट्टी का अमृत कलश
महासम्मेलन में प्रधानमंत्री श्री मोदी को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश के 23 जिलों के 75 जनजातीय रणबाँकुरे शहीदों के शहीद स्थलों की मिट्टी से पूरित अमृत कलश भेंट किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को भोपाल की गोंड रानी कमलापति की प्रतिमा की लघु प्रतिकृति भी भेंट की। प्रसिद्ध जनजातीय लोक चित्रकार पद्मश्री सुश्री भूरी बाई एवं श्री भज्जू सिंह ने अपनी चित्रकृति ‘भाबरी’ और ‘छाँह’ प्रधानमंत्री श्री मोदी को भेंट की।
परंपरागत तरीके से हुआ प्रधानमंत्री श्री मोदी का स्वागत
महासम्मेलन के मंच पर पहुँचने पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का जनजातीय संस्कृति के अनुरूप परंपरागत स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री को तीर-धनुष भेंट किये। प्रधानमंत्री श्री मोदी को धनसिंह भाबर एवं श्री ओमप्रकाश धुर्वे ने परंपरागत जनजातीय जैकेट पहनाई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल को वन मंत्री श्री विजय शाह ने बैगा माला व पगड़ी पहनाई। मुख्यमंत्री श्री चौहान को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह ने बैगा माला एवं पगड़ी भेंट कर सम्मानित किया। लगभग 425 लोक कलाकारों ने आकर्षक लय ताल के साथ जनजातीय करमा नृत्य प्रस्तुत किया। स्वागत भाषण जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह मांडवे ने दिया।
कार्यक्रम में केन्द्रीय कृषि तथा किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिंया, खाद्य प्र-संस्करण तथा जल शक्ति श्री प्रहलाद पटेल, सामाजिक न्याय तथा अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेन्द्र कुमार, ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री श्री एल. मुरूगन, मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत, पूर्व मंत्री श्री लालसिंह आर्य, सांसद एवं विधायक आदि उपस्थित थे।
जम्बूरी मैदान हेलीपेड पर भी जनजातीय परम्परा से हुआ स्वागत
महासम्मेलन के पहले प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का स्टेट हैंगर से जम्बूरी मैदान हैलीपेड पहुँचने पर जनजातीय परम्परा के अनुसार स्वागत किया गया। जनजातीय समुदाय के लोगों ने ढोल-नगाड़ों के साथ पारम्परिक नृत्य की प्रस्तुति दी। प्रधानमंत्री के जम्बूरी मैदान हैलीपेड आगमन पर राज्यपाल श्री मंगु भाई पटेल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, सहकारिता मंत्री श्री अरविंद सिंह भदौरिया, संभागायुक्त भोपाल श्री गुलशन बामरा, विधायक श्रीमती कृष्णा गौर और जन- प्रतिनिधियों ने अभिनंदन कर अगवानी की।
मध्यप्रदेश में खोले जाएंगे 9 जनजातीय शोध संस्थान
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि केन्द्र एवं राज्य सरकारें निरंतर जनजातीय कल्याण के कार्य कर रही हैं। सरकार द्वारा 20 लाख जनजातीय व्यक्तियों को वनभूमि के पट्टे प्रदान किये गये हैं। जनजातीय युवाओं के शिक्षा एवं कौशल विकास के लिये देशभर में 750 एकलव्य आवासीय आदर्श विद्यालय खोले जा रहे हैं, जिनमें से 50 का आज शिलान्यास किया गया है। केन्द्र सरकार द्वारा 30 लाख विद्यार्थियों को हर वर्ष छात्रवृत्ति दी जा रही है। अगले 7 वर्षों में 9 जनजातीय शोध संस्थान खोले जाएंगे। सरकार द्वारा 90 वनउपजों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया गया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार ने जो 150 से अधिक मेडिकल कॉलेज मंजूर किए हैं, उनमें जनजातीय बहुल जिलों को प्राथमिकता दी गई है। इसी तरह जल जीवन मिशन में मध्यप्रदेश में जिन 30 लाख परिवारों को घर-घर पीने का पानी पहुँचाया जा रहा है, उनमें अधिकांश जनजातीय बंधु हैं। जनजातीय वर्ग की बहनें और बेटियाँ इसके पहले दूर-दूर पानी लेने के लिए जाती थीं।
जिला खनिज निधि से 50 हजार करोड़ के लाभ में जनजातीय वर्ग है हिस्सेदार
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि खनिज नीति में ऐसे परिवर्तन किए जिनसे जनजातीय वर्ग को वन क्षेत्रों में खनिजों के उत्खनन से लाभ मिलने लगा है। जिला खनिज निधि से 50 हजार करोड़ के लाभ में जनजातीय वर्ग हिस्सेदार है। जनजातीय समाज को यह सम्पदा काम आ रही है। खनन क्षेत्र में रोजगार संभावनाओं को बढ़ाया गया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि बाँस की खेती जैसे सरल कार्य को पूर्व सरकारों ने कानूनों में जकड़ दिया था, जिन्हें संशोधित कर अब जनजातीय वर्ग की छोटी-छोटी आवश्यकताओं की पूर्ति का मार्ग प्रारंभ किया गया है।
नई शिक्षा नीति में जनजातीय वर्ग के बच्चों को मातृ भाषा की शिक्षा का मिलेगा लाभ

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बताया कि प्रति विद्यार्थी जहाँ सिर्फ 40 हजार रूपए की राशि खर्च होती थी, अब सालाना एक लाख रूपए की राशि व्यय की जा रही है। जनजातीय विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा और शोध से भी जोड़ा जा रहा है। देश में कुछ वर्ष पहले तक 18 जनजातीय अनुसंधान केन्द्र थे, जो बढ़कर 27 हो गए हैं। नई शिक्षा नीति में जनजातीय वर्ग के बच्चों को मातृ भाषा की शिक्षा का लाभ भी मिलेगा।
मोदी जी ने स्वदेशी वैक्सीन के रूप में हमें जिंदगी का दिया है डोज – मुख्यमंत्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने स्वदेशी वैक्सीन के रूप में हमें जिंदगी का डोज दिया है। सारी दुनिया ने इसकी सराहना की है। उन्होंने हर व्यक्ति के लिये रोटी, कपड़ा, मकान, पढ़ाई, लिखाई और रोजगार का इंतजाम किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी गरीबों और जनजातियों के सबसे बड़े मसीहा हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना की दोनों लहरों में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने प्रदेश के गरीब और जनजातीय भाई बहनों के लिए 9857 करोड़ रुपये का मुफ्त राशन उपलब्ध कराया। प्रधानमंत्री श्री मोदी आज राशन आपके गांव योजना का शुभारंभ कर रहे हैं। इस योजना में राशन गाँव- मजरे टोलो, फलियों में पहुँचाया जाएगा।
हम सब मिलकर बढ़ाएंगे मध्य प्रदेश को आगे-मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एकलव्य विद्यालय के साथ-साथ गांव-गांव में आश्रम, शाला और छात्रावास बन रहे हैं। फलियों तक बिजली सुविधा का विस्तार हुआ है। हम जनजातीय समाज के उत्थान, आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में निरंतर आगे बढ़ रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनभागीदारी से विकास की प्रक्रिया को गति मिलती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों का आह्वान करते हुए कहा कि हम सब मिलकर मध्य प्रदेश को आगे बढ़ाएंगे।
वन समितियों को दिया जाएगा तेंदूपत्ता बेचने का अधिकार
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार सरकारी बैकलॉग पदों पर शीध्र भर्ती करेगी। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी योजना के माध्यम से स्व-रोजगार के अवसर पैदा किये जा रहे हैं। जनजातीय वर्ग के कल्याण के लिये ‘पेसा’ एक्ट का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाएगा। वन समितियों को तेंदूपत्ता बेचने का अधिकार दिया जाएगा। आबकारी नीति में जनजातीय परंपराओं का ध्यान रखा जाएगा। हर गाँव में 4 ग्रामीण कारीगरों को प्रशिक्षण देकर रोजगार दिलाया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन, केन्द्रीय योजनाओं, राज्य सरकार की योजनाओं एवं जनता के सहयोग से हम आत्म-निर्भर भारत एवं आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के सपने को शीघ्र साकार करेंगे।
